27 अक्टूबर 2024 ग़ाज़ीपुर. पुस्तक विमोचन कार्यक्रम इडेन पैलेस ग़ाज़ीपुर में डॉ.इकबाल अंसारी द्वारा लिखित पुस्तक "सच्चाई के हक में पसमांदा पक्ष" का विमोचन आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य सभा सांसद जनाब अली अनवर ने किया।
27 अक्टूबर 2024ग़ाज़ीपुर.पुस्तक विमोचन कार्यक्रमइडेन पैलेस ग़ाज़ीपुर में डॉ.इकबाल अंसारी द्वारा लिखित पुस्तक "सच्चाई के हक में पसमांदा पक्ष" का विमोचन आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य सभा सांसद जनाब अली अनवर ने किया।ज्ञात हो कि मुस्लिम समाज के अंदर दलित,पिछड़ी जातियों को पसमांदा कहा जाता है।लेखक डॉक्टर इकबाल अंसारी जो खुद मुस्लिम पसमांदा समाज से हैं। जिन्होंने इस किताब में दलित पिछड़ा मुस्लिम संदर्भ के ऊपर अपने करीब 27 लेख लिखे हैं जो "पसमांदा पहल" नामक पत्रिका के संपादकीय में पहले ही छप चुकी है। यूँ कहिये की पुस्तक पहले से प्रकाशित लेखों का एक संग्रह है। "सच्चाई के हक में पसमांदा पक्ष" पसमांदा समाज के लिए महत्वपूर्ण पुस्तक है,जो दलित और पिछड़े मुस्लिम समाज के संदर्भ में गहरे विश्लेषण प्रस्तुत करती है। लेखक का अनुभव और उनकी पसमांदा समाज से जुड़ी समझ इस पुस्तक में स्पष्ट रूप से झलकती है। इन लेखों में पसमांदा समाज के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय,उनके सामाजिक आर्थिक मुद्दों और मौजूदा परिस्थितियों पर गहराई से विश्लेषण किया गया है।लेखक ने अपने लेखों में मुस्लिम समाज में भी जातिगत संरचना के अनुसार भेद-भाव,बड़ा छोटा,अगड़े और पिछड़े मुसलमान के बारे में अपनी गहन जानकारी दी है जिसके बारे में मुझे आज तक जानकारी नही थी कि यहां भी सामाजिक भेद भाव की समस्याएं मौजूद हैं। लेखक ने इन विषयों को बड़ी ही गंभीरता और संतुलित दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया है।लेखक ने न केवल पसमांदा समाज के मुद्दों को ही उठाया है, बल्कि इसके समाधान की दिशा में भी सार्थक सुझाव दिए हैं। उन्होंने मुस्लिम समाज के अंदर जातिगत विभाजन और हाशिये पर खड़े लोगों के संघर्षों को सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पुस्तक में विचारों की स्पष्टता और तर्कपूर्ण लेखन शैली इसे और पठनीय बनाती है।कुल मिलाकर, यह पुस्तक समाज में वंचित और हाशिए पर खड़े समूहों के प्रति समझ और सहानुभूति विकसित करने का एक सशक्त माध्यम है।