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लखनऊ में उबर-रैपिडो, इन ड्राइव की बुकिंग ठप:2 हजार से ज्यादा कैब ड्राइवर राइड कैंसिल कर रहे, सिर्फ ओला की बुकिंग हो रही कंफर्म लखनऊ

लखनऊ में दो हजार से ज्यादा कैब ड्राइवर्स ने उबर-रैपिडो और इन ड्राइव की सर्विस लेनी बंद कर दी है।
लखनऊ में दो हजार से ज्यादा कैब ड्राइवर्स ने उबर-रैपिडो और इन ड्राइव की सर्विस लेनी बंद कर दी है।
लखनऊ के कैब ड्राइवर ने उबर, रैपीडो और इन ड्राइव की बुकिंग कैंसिल करना शुरू कर दिया है। वे सिर्फ ओला की राइड कंफर्म कर रहे हैं। इससे शहर में 1 लाख से ज्यादा पैसेंजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह विरोध अगले 10 दिन तक जारी रहेगा।

कैब ड्राइवर्स का कहना है वे 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाएंगे, क्योंकि बाकी 3 कंपनियां मांग नहीं मान रही हैं। कैब ड्राइवर्स ने बताया कि फिलहाल ओला 15 रुपए प्रति किमी का पेमेंट दे रही है, इसलिए हमने 5 रुपए किमी पेमेंट करने वाली कंपनियों की राइड छोड़ दी है।
कैब ड्राइवर्स ने अपनी गाड़ियों पर ओला की बुकिंग चालू रहने के पोस्टर भी लगाए हैं।
राइड बुक करके कैंसिल कर हो रहा विरोध कैब ड्राइवर्स ने विरोध के लिए राइड बुक करके फिर कैंसिल करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि हम उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार कर रहे हैं। सभी ड्राइवर्स से सहयोग देने की अपील की गई है, ताकि ड्राइवर्स के हित में अच्छा कदम उठाया जा सके।

कैब ड्राइवर विक्रांत सिंह ने कहा कि कंपनियां हमारा पूरा कमीशन नहीं दे रही हैं। - Dainik Bhaskar
कैब ड्राइवर विक्रांत सिंह ने कहा कि कंपनियां हमारा पूरा कमीशन नहीं दे रही हैं।
कपनियां कर रही हैं हमारा शोषण- ड्राइवर ड्राइवर विक्रांत सिंह ने कहा कि हम ओला बुकिंग इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि बाकी तीन कंपनियां हमारा शोषण कर रही हैं। पहले 20 किलोमीटर का हमें 350 से 400 मिलता था। बिल 500 रुपए आता था। अब हमें मात्र 250 मिल रहा है। ऐसे में कैसे काम करेंगे। कंपनियां शोषण बंद करें।
कहा कि हमने अब नई रणनीति बनाई है, जिसके तहत 10 दिन तक हम ओला के साथ ट्रायल करेंगे। अगर ओला ने ड्राइवरों का ख्याल रखा, तो इसको लेकर आगे बढ़ेंगे। बाकी तीन कंपनियों उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार जारी रहेगा।
कैब ड्राइवर आनंद जायसवाल ने कहा कि कंपनियों के कंपीटिशन में हमारा नुकसान हो रहा है।
ड्राइवर्स ने कहा- कंपनियों के कंपीटिशन में हमारा नुकसान जाहिद प्रधान ने बताया कि चारों कंपनियां आपस में कंपटीशन कर रही हैं, लेकिन इसका नुकसान कैब ड्राइवर को हो रहा है। ड्राइवर का शोषण किया जा रहा है और उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है।
वहीं, आनंद जायसवाल ने कहा कि आज से हमारा ओला ड्राइव चालू है। कंपनियां आपसी कंपीटिशन में हमारा जीना मुश्किल कर रही हैं। हमारी अर्निंग नहीं हो रही है। हम कैसे परिवार चलाएंगे। हमें कम से कम 20 रुपए प्रति किलोमीटर दीजिए। कंपनियों के चक्कर में हमें मरना पड़ता है।

ड्राइवर कृष्णा ने बताया कि हम लोग स्ट्राइक पर नहीं हैं, लेकिन हम आज से सिर्फ ओला का ट्रायल कर रहे हैं। हम स्काइप पर पोस्ट भी लगा रहे हैं कि हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं
चारबाग में सड़क किनारे खड़ी कैब।
ड्राइवर बोले- दीपावली नहीं मना पा रहे आनंद जायसवाल ने बताया कि ओला की राइड चालू है। कंपनियां इतना कम पैसा दे रही हैं कि अब हमारा घर चलना भी मुश्किल हो गया है। हम तीन कंपनियों का बहिष्कार कर रहे हैं। हमें 5 रुपए प्रति किलोमीटर दिया जा रहा है। ई - रिक्शा हमसे अधिक कमाई कर रहे हैं।

हम ₹20 प्रति किलोमीटर की मांग कर रहे हैं, ताकि हम भी खुश रहें और कंपनियां भी खुश रहें। त्योहार का समय है, हमारा शोषण किया जा रहा है। हम दीपावली नहीं मना पा रहे हैं। हमारी सरकार भी नहीं सुन रही है। कोई हमें सपोर्ट नहीं कर रहा है।

कंपनियां नहीं मानी तो उठाएंगे बड़ा कदम कैब ड्राइवर ने साफ कहा कि अभी तक हम न तो स्ट्राइक पर हैं और न ही किसी तरह का नुकसान कर रहे हैं। हम विरोध के तौर पर राइड बुक तो कर रहे हैं, लेकिन पिक नहीं करेंगे। राइड कैंसिल करेंगे। इसके बाद देखते हैं कि आगे क्या होता है।
विक्रम सिंह का कहना है कि ओला, उबर, रैपीडो जैसी कंपनियां ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं। हमें पहले 20 किलोमीटर का ₹400 तक मिलता था, लेकिन अब हमें बहुत कम पेमेंट मिल रही है। हमारे घर का खर्च नहीं चल रहा है । गाड़ी का भी खर्च नहीं निकल रहा
लखनऊ में 2000 कैब ड्राइवर्स नहीं चला रहे उबर-रैपिडो:10 दिन तक सिर्फ ओला कैब की बुकिंग; 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर पर असर
लखनऊ में भारतीय कैब कंपनी नियंत्रण बोर्ड संगठन ने 10 दिनों तक सिर्फ ओला कैब चलाने का फैसला लिया है। संगठन ने कैब ड्राइवर्स से अन्य कंपनियों के ऐप डिलीट करने को बात कही है। संगठन के इस फैसले से शहर में करीब 80 हजार से ज्यादा पैसेंजर्स को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

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