मथुरा के व्यापारी से लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में फंसे पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रदीप माथुर,तीस लाख रुपए हड़पने का मामला आया सामने
आपको बताते चलें कि मथुरा के गोवर्धन रोड स्थित प्रताप बाग के एग्रीमेंट को लेकर तीस लाख रुपए हड़पने का मामला कांग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता एवं मथुरा विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मथुरा की शहर कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। शहर के गोवर्धन चौराहे के पास स्थित सिटी शॉपिंग सेंटर के मलिक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पूर्व विधायक प्रदीप माथुर के साथ क्लब में जानकारी हुई तभी से पीड़ित एवं पूर्व विधायक के घनिष्ठ सम्बन्ध हो गए जिसमें पूर्व विधायक द्वारा 2021 में गोवर्धन रोड स्थित प्रताप बाग की मालकिन रानी से विधायक द्वारा अपने संबंधों का हवाल देते हुए पूर्व विधायक ने इस जमीन के ऊपर लिए 8750000 लाख लिए जो की प्रशांत अग्रवाल सहित कई अन्य लोगों ने कई किस्तों में जमा करा दिये इसके बाद जब ज़मीन की मालकिन रानी साहिबा जिनसे घरेलू संबंध बताकर पैसे लिये प्रदीप माथुर पूर्व विधायक से प्रशांत अग्रवाल मालकिन रानी साहिबा से मिलने की बात कही तो टालमटोल करने लगे इसके तुरंत बाद कृष्ण नगर व्यापारी से पता चला कि रानी बाग के नाम से इस तरह की ठगी पहले भी कर चुके है जब पैसे वापस मांगे गये तो टालमटोल करने लगे प्रशांत अग्रवाल के 30 लाख के अलावा अन्य लोगो ने भी पैसे मांगना सुरू कर दियादूसरे व्यापारी शायद अपना पैसा लेने में या एडजस्ट कराने में कामयाब हुए पर प्रशांत अग्रवाल का पैसा आज तक पूर्व विधायक प्रदीप माथुर से नहीं मिला जिसकी रसीद भी उनके द्वारा हस्ताक्षर करके पीड़ित को दी गई, लेकिन बहुत समय के पश्चात पीड़ित को जमीन का अधिग्रहण नहीं मिला तो प्रशांत अग्रवाल द्वारा अपने धन की वापसी एवं एग्रीमेंट को लेकर विधायक के घर के चक्कर कई बार काटता रहा पीड़ित आनाकानी करते रहे जिसको लेकर कई बार पीड़ित उनके घर गया और अपने पैसे वापिस करने की बात पूर्व विधायक से की जिसकी ऑडियो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग भी प्रार्थी के पास मौजूद है जब पूर्व विधायक द्वारा प्रशांत अग्रवाल को लगातार आश्वासन पर आश्वासन दिए जा रहे थे जिससे आहत होकर पीड़ित द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा को प्रार्थना पत्र दिया गया जिसकी जांच एसपी क्राइम मथुरा द्वारा कराई गई और प्रशांत अग्रवाल जी द्वारा दिए गए तथ्य सही पाए गए और मुकदमे के संतुति प्रदीप माथुर जी के खिलाफ हुई मुकदमे की संस्कृति होने के बाद प्रदीप माथुर जी ने दोबारा एसपी सिटी मथुरा से जांच करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी को प्रार्थना पत्र दिया जब एसपी सिटी मथुरा ने भी जांच करी तो उसमें भी प्रशांत अग्रवाल जी द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए और उसमें दोबारा मुकदमे की संतु दी हुई जांच में परंतु मुकदमा दर्ज नहीं हुआ प्रशांत अग्रवाल जी ने इसीलिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा अपर मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट के यहां न्याय की गुहार लगानी पड़ी जिसमें विद्वान न्यायाधीश ने प्राथमिक की दर्ज कर 14 नवंबर तक इस मामले में कोतवाली पुलिस से जांच कर आख्या तलब करने के आदेश दिए हैं। पूरे घटनाक्रम पर पीड़ित प्रशांत अग्रवाल का कहना है कि इस दौरान उनकी मुलाकात कृष्णा नगर स्थित शंकर लाल अग्रवाल से भी हुई जिन्होंने बताया की रानी बाग के नाम पर पूर्व विधायक द्वारा पूर्व में भी कई लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है लेकिन पूर्व विधायक के प्रभाव के चलते कोई खुलकर सामने नहीं आ पाया है वही आपको बताते चलें कि पूर्व विधायक के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले को लेकर उन्हीं की पार्टी में उनकी कारगुजारियों की चर्चा जोर पकड़ने लगी है शुरू से ही पार्टी के लोगों के विरुद्ध काम करने वाले विधायक ने जनपद में पार्टी को धरातल तक पहुंचा दिया है। अब देखना होगा कि सत्तापक्ष एवं पुलिस प्रशासन में अपनी पकड़ रखने वाले पूर्व विधायक प्रदीप माथुर पर आखिर मथुरा पुलिस कितना शिकंजा कस पाती है और व्यापारी का पैसा कितनी जल्दी दिलवाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।संवाददाता द्वारा जब इस पूरे मामले को लेकर पूर्व विधायक से पक्ष जानना चाह तो तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।