जिला स्तर पर कलेक्टर है , वार्ड स्तर पर कौन है जो व्यवस्था देख रहा है ।
जिला स्तर पर हर व्यवस्था को कलेक्टर देखता है। बहुत जिम्मेदारी व चुनौती भरा पद । क्या कलेक्टर हर नागरिक को राहत देने में समर्थ है। मेरे हिसाब से नहीं क्योंकि समय की कमी है हर समस्या को उतना समय नहीं दे पाते जितना देना चाहिए। समस्याएं बहुत ज्यादा है। वार्ड स्तर पर जिम्मेदार पद अभी तक पार्षद ही है राजनीतिक दृष्टि से। प्रशासनिक स्तर पर कोई पद है मुझे जानकारी नहीं। हमें समस्या होती है हम कलेक्टर आफिस ही जाते हैं। निदान नहीं हो पाता समस्याओ का। हमारे स्कूल और पार्क को देख लो 20 साल से ज्यादा का समय अतिक्रमण नहीं हट पा रहा है । वार्ड स्तर पर प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित होना जरूरी है । पर्याप्त अधिकारों के साथ एक स्थायी कार्यालय होना चाहिए। इतने युवा RAS , IAS की परीक्षा देते हैं। यदि पद वार्ड स्तर पर बनने शुरू हो जाये तो ज्यादा युवाओं / युवतियों की योग्यता का लाभ लेना सम्भव हो सकता है। साथ ही व्यवस्था सुधारने में लगने वाला समय भी कम हो जायेगा। राजनीतिक रूप से पार्षद पद को भी अधिक अधिकार एवं विधानसभा की तरह एक मंच मिलना चाहिए जो अपने वार्ड की समस्यायों की समस्यायों पर विस्तृत चर्चा कर सके एवं विकास की रिपोर्ट प्रस्तुत कर सके । अभी जो व्यवस्था है नगर निगम के तहत उसमें उनके आपसी टकराव की सूचना ही अधिक प्राप्त होती है साथ ही उनके किसी भी कार्य चर्चा को सार्वजनिक मंच भी प्राप्त नहीं है , न ही मीडिया अधिक ध्यान देती है कि वार्ड स्तर पर क्या हो रहा है हमें जानकारी मिल सके। राजनीतिक एवं प्रशासनिक दोनों ही स्तर पर कार्य करने की जरूरत है।
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