फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया ने 10वां वार्षिक दिवस मनाया एवं झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रवींद्र नाथ महतो को मानद उपाधि से सम्मानित किया
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रवींद्र नाथ महतो को मानद उपाधि से सम्मानित किया
आज का दिन हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और गर्व का है, क्योंकि हम सभी फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया की 10वीं वार्षिक दिवस के अवसर पर यहाँ एकत्रित हुए हैं। यह दिन न केवल हमारे काउंसिल के लिए, बल्कि फिजियोथेरेपी क्षेत्र में काम करने वाले फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के लिए भी एक महत्वपूर्ण दिन है।
फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया प्रेजिडेंट डॉ मदन कुमार जी ने कहा कि यह दस वर्षों की यात्रा कड़ी मेहनत, समर्पण और अनुशासन का परिणाम है। हमने अनेक चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन उन चुनौतियों ने हमें और मजबूत बनाया है। इन वर्षों में, फिजियोथेरेपी काउंसिल ने न केवल फ़िज़ियोथेरेपिस्ट को संगठित और संरचित किया है, बल्कि समाज में इसके महत्व को भी स्थापित किया है। हमारी काउंसिल ने छात्रों, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट और स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई दिशा दी है, और आज हमें गर्व है कि हम इस यात्रा के दस सफल वर्ष पूरे कर रहे हैं।
मुझे विश्वास है कि हमारे साथियों के जोश और उत्साह के साथ, हम भविष्य में भी नयी ऊँचाइयों को छूते रहेंगे।
आज हम सब यहाँ एक नए अध्याय की शुरुआत के लिए एकत्रित हुए हैं, और मैं आशा करता हूँ कि यह आयोजन हमारे मिशन को और अधिक मजबूती देगा।
मुख्य अतिथि डॉ रबिन्द्र नाथ महतो अध्यक्ष झारखण्ड विधानसभा ने फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया के वार्षिक दिवस पर अपने प्रभावशाली भाषण में महिलाओं की शिक्षा को देश और समाज की प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षित करना न केवल उनके व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि इससे परिवार, समाज और राष्ट्र की समग्र उन्नति होती है।
इस अवसर पर उन्होंने फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया को उनके समर्पित कार्यों के लिए बधाई दी और शुभकामनाएं दीं। साथ ही, उन्होंने कैपिटल यूनिवर्सिटी द्वारा दी गई मानद उपाधि के लिए विशेष आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके लिए गर्व का विषय है और इसे पाकर वे अत्यंत अभिभूत हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी के इस निर्णय को शिक्षा और समाज सेवा के प्रति उनके प्रयासों की सराहना के रूप में देखा।
डॉ. महतो ने अपने वक्तव्य में इस बात पर भी जोर दिया कि शैक्षणिक संस्थानों को आगे आकर समाज के हर वर्ग को शिक्षा से जोड़ने का कार्य करना चाहिए, जिससे समृद्ध और सशक्त समाज का निर्माण हो सके।
फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ अजीत सिंह ने कहा कि फिजियोथेरेपी काउंसिल की स्थापना का उद्देश्य केवल एक काउंसिल का निर्माण करना नहीं था, बल्कि इस क्षेत्र में एक ऐसी क्रांति लाना था, जो न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में मान्यता प्राप्त करे। इन दस वर्षों में, हमने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, और ये सब हमारे सामूहिक प्रयासों का परिणाम हैं।
फिजियोथेरेपी, जिसे कभी केवल सहायक चिकित्सा के रूप में देखा जाता था, आज समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर चुकी है। हमने न केवल इसके प्रति जागरूकता बढ़ाई है, बल्कि इसकी शिक्षा और अभ्यास के मानकों को भी उच्च स्तर पर पहुँचाया है। आज देशभर के अस्पतालों, क्लीनिक्स और स्वास्थ्य केंद्रों में हमारे प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट रोगियों की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
प्रो (डॉ) रवि शंकर रवि ने कहा कि इस मिशन को सफल बनाने के लिए हमें अपनी प्रतिबद्धता, समर्पण और साहस के साथ आगे बढ़ते रहना होगा। मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में हम और भी ऊंचाइयों को छूने में सफल होंगे।
इस अवसर पर डॉ प्रभात रंजन, श्री दीपक धवन, डॉ पवन कुमार ने भी अपने अनुभव साझा किये। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रो संजीव चतुर्वेदी मारवाड़ी कॉलेज एवं डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन डिपार्टमेंट झारखण्ड सरकार, विशिष्ट अतिथि झारखण्ड आंदोलन के प्रख्यात नेता श्री शशि भूषण राय, श्रीमती सोनिया सैनी चांसलर कैपिटल यूनिवर्सिटी सिक्किम, डॉ डिंपल रानी चांसलर महात्मा गाँधी यूनिवर्सिटी सिक्किम, डॉ प्रभात रंजन , डॉ दीपक धवन, डॉ मिनाक्षी सैनी, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ ममता, डॉ मोनिका, डॉ मंजीत कौर, डॉ डेजी सिंह, डॉ प्रेरणा भारती, डॉ मधुमिता नायर, डॉ रजनीश श्रीवास्तव, डॉ डी पटनायक मौजूद रहे।
फिजियोथेरेपी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के वार्षिक दिवस के कार्यक्रम में डॉ. निधि शर्मा और डॉ. सत्यम भास्कर ने मंच का संचालन बखूबी संभाला। दोनों ने कार्यक्रम को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया और समारोह को एक बेहतरीन अनुभव बनाया। उनके नेतृत्व और सुसंगठित प्रस्तुति ने आयोजन को और भी यादगार बना दिया।
कार्यक्रम के समापन पर पीसीआई निदेशक डॉ. अजीत सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए फिजियोथेरेपी क्षेत्र के निरंतर विकास और बेहतरी के लिए काउंसिल की प्रतिबद्धता को दोहराया।