जिला मेहरा (झारिया) कल्याण संघ जिला डिण्डौरी की कार्यकारिणी का गठन हुआ सम्पन्न
डिण्डौरी, में दिनांक 13 अक्टूबर 2024 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सतगुरु कबीर आश्रम डिण्डौरी में जिला मेहरा कल्याण संघ जिला डिण्डौरी के पुर्नगठन के लिये गणेश प्रसाद, चंदेल शहपुरा की अध्यक्षता में सभा आयोजित की गई। आयोजित इस सभा में जिले के करंजिया, बजाग, अमरपुर, समनापुर, शहपुरा एवं डिण्डौरी जनपद क्षेत्र से लोग उपस्थित हुये । दिनांक 8 सितम्बर 2024 को कोणार्क मेरिज गार्डन में जिला स्तरीय समाजिक बैठक में सर्वसम्मति से मायाराम ब्यौहार पूर्व अध्यक्ष एवं अतिदास हथेश पूर्व महामंत्री को संगठन का सरंक्षकद्वय तथा ताराचंद लोमेश को अध्यक्ष और महेश प्रसाद झारिया को सचिव चुन लिया गया था। संगठन के शेष पदों के गठन के लिये 13 अक्टूबर को बैठक आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से गणेश प्रसाद चन्देल शहपुरा, मधुगवले डिण्डौरी एवं मदनदास वास्पे महामंत्री चुने गये। भगत चन्द्रेल नेवसा कोषाध्यक्ष व मनीराम सूर्जे पिण्डरूखी सहकोषाध्यक्ष, रामविशाल मिथलेश साम्हर सह सचिव, तथा जिला उपाध्यक्ष पद पर प्रकाश झारिया शहपुरा, डॉ आनंद गवले डिण्डौरी, एन डी लोमश अमरपुर, सुशील नागेश करंजिया, हरिश्चंद चंदेल मोहदा समनापुर, सोमदत्त झारिया मेहदवानी, रमेश चंद्र हंसराज बिझौरी बजाग को चुना गया है । संगठन मंत्री के पद पर डी डी कोरवे लिखनी बजाग, खमोद चन्देल मोहदा समनापुर, चेतन लाल नागेश मोहगाँव अमरपुर, खूबचंद चन्देल करंजिया, मनीराम ब्यौहार हर्राटोला डिण्डौरी तथा किशनलाल झारिया गनपुरा, शहपुरा चुने गये। लक्ष्मण मथनिया एवं कुलदीप पदमाकर प्रवक्ता तथा कतकूलाल हथेश सलाहकार और तेजप्रकाश लुटगॉव व प्रहलाद वास्पे पिपरिया प्रचार मंत्री चुने गये ।
संरक्षक मायाराम ब्यौहार एवं अध्यक्ष ताराचंद लोमेश तथा संगठन पदाधिकारियों द्वारा संगठन को समस्त कानूनी संरक्षण एवं समाज के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य योजनाएँ विनिर्माण के लिये डॉ सत्येन्द्र व्यौहार डिण्डौरी (जिला आयुष अधिकारी) को विधि सह योजना मंत्री के लिये मनोनीत किया गया है। इस प्रकार सर्वसम्मति से हर्षोल्लाष एवं तालियों की गडगडाहट के साथ ध्वनिमत से जिला संगठन का गठन स्वीकार एवं अंगीकार किया गया । संरक्षकद्वय एवं अध्यक्ष द्वारा जिले के स्वजातीय बन्धुओं से समाज के समग्र विकास एवं स्थानीय / क्षेत्रीय परिस्थितियों के अनुरूप सामाजिक व्यवस्था, परम्परा, रीतिरिवाज सम्बंधी अप्रसांगिक समस्याओं के निराकरण के लिये आवश्यक सहयोग प्रदान करने की अपील की गई ।