500वी जयंती विरांगना रानी दुर्गावती जयंती चौक खजरी छिंदवाड़ा में सर्व आदिवासियों ने मनाया
500वी जयंती वीरांगना रानी दुर्गावती 5 अक्टूबर 2024 को वीरांगना रानी दुर्गावती जयंती के अवसर पर रानी दुर्गावती चौक खजरी छिंदवाड़ा में सर्व आदिवासी समाज ने बड़े ही धुमधाम से मनाया विरांगना रानी दुर्गावती जी की जयंती ,शौर्य और साहस की परीकाष्ठा महिला सशक्तिकरण की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती की शौर्य गाथा को याद किया जिला छिंदवाड़ा के समन्वयक अधिकारी कमलेश टेकाम ने महिलाओ को सशक्त बनाने के लिए रानी दुर्गावती के पद चिन्हों पे चलने को कहा |रानी दुर्गावती (5 अक्टूबर 1524- 24 जून 1564) 1550-1564 ई. गोंड साम्राज की रानी थी | 18 साल की उम्र में गोंडवाना के राजा संग्राम शाह के बेटे दलपद शाह से विवाह किया अपने पुत्र के नबालिग होने के दौरन 1550 से 1564 तक गोंडवाना कि रिजेंट के रूप में काम किया |मुख्य रूप से उन्हें मुगल साम्राज्य के खिलाफ़ गोंडवाना की रक्षा करने के लिए याद किया जाता है रानी दुर्गावती का व्यक्तित्व विविध पहलू ओ वाला था वाह वीर, सुंदर, बहादुर होने के साथ-साथ प्रशासनिक कौशल वाली एक महान नेता भी थी उनके स्वाभिमान ने अपने दुश्मन के सामने आत्मसमर्पण करने के बाजय मरते दम तक लड़ने के लिए मजबूर किया पेसा टीम ग्रामसभाओ में जनजातियो एवं अन्य वर्ग के लोगो को रानी दुर्गावती की वीर गाथा से अवगत कराएगीऔर महिलाओ को सशक्त बनाने का कार्य पूरे साल करेगी कार्यकर्म में उपस्थित जनजाति सुरक्षा मंच से जिला संयोजक गुरुप्रसाद धुर्वे जी , वनवासी विकास परिषद से आशुतोष वाडिवा और जिनेन्द्र शाह नारे मुख्य रूप से उपस्थित रहे |................................अपने फेसबुक व्हाट्सएप ग्रुप दोस्तों को फॉरवर्ड करें