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Kota: श्री राम राज्याभिषेक से साथ रामलीला का समापन, लोगो की आंखे नम हुई
कोटा। महर्षि गौतम उद्यान आरके पुरम कोटा में 3 अक्टूबर से आयोजित श्री राघवेंद्र कला संस्थान द्वारा मंचित रामलीला का समापन श्री राज्याभिषेक के साथ हुआ। रामलीला में मेघनाथ वध, कुंभकरण वध तथा रावण वध की लीला का मंचन किया गया जिसमें निशाचारों तथा बंदरों के बीच भीषण युद्ध का दृश्य बताया गया जिसे दर्शक देख कर बार-बार श्री राम की जयघोष करते रहे। साथ आनंद से देखते रहे। इसके उपरांत श्री राम अयोध्या लौटकर आते हैं तथा भरत उन्हें उनका राज्य पुनः लौटा देते हैं। श्री राम राज्याभिषेक के दृश्य का मंचन किया गया जिसमें गुरु वशिष्ठ ने प्रथम तिलक किया, इसके उपरांत श्री रामलीला आयोजन समिति के सदस्यों ने श्री राम का राज्याभिषेक किया। इसके बाद दर्शकों को भी अवसर दिया गया जो बारिश के बीच भी लंबे बड़ी मात्रा में रामलीला देखने पहुंचे थे देर रात तक सभी ने मंच पर पहुंचकर न केवल राम राज्याभिषेक किया अपितु झूम कर नृत्य किया तथा प्रभु की झांकी के दर्शन की है। निदेशक बृजराज गौतम ने बताया कि रामलीला आयोजन समिति सहित दर्शक दीर्घा के सैकड़ो ऐसे लोग थे जो झांकी के दर्शन करने जब मंच पर पहुंचे तो बार-बार उन सभी के मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि आगामी वर्ष में भी आपके ही द्वारा रामलीला का मंचन किया जा,ए नए कोटा में लंबे समय बाद हमने इतनी भावपूर्ण रामलीला का मंचन देखा है। कुछ महिलाएं जो पिछले 10 दिन से लगातार रामलीला देखने आया करती थी प्रभु के चरणों में न्योछावरकर भावुक हो पड़ी।
निदेशक ने उन्हें समझाया कि यह प्रभु की लीला है जहां ईश्वर की इच्छा होगी हम वही रामलीला करेंगे इस समय आप दर्शनों का आनंद लें। कई बुजुर्ग तथा बच्चे कह रहे थे कि अब शाम पडने पर हम इन भगवान के दर्शन करने कहां जाएंगे इस तरह लोगों का अपार प्रेम श्री राघवेंद्र कला संस्थान के कलाकारों को मिला। रामलीला आयोजन समिति द्वारा निदेशक बृजराज गौतम अध्यक्ष, भुवनेश जोशी सहित समस्त 60 कलाकारों का माल्यार्पण कर तथा श्री राम दरबार का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया। सभी कलाकारों ने रामलीला आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया।