गॉडविन सोसाइटी में विजय दशमी के अवसर पर आर.एस.एस. द्वारा किया गया पद संचलन कार्यक्रम
स्वदेशी को अपनाने से ही भारत बनेगा आर्थिक महाशक्ति संपन्न देश : वेदपाल
मेरठ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्थापना दिवस तथा विजय दशमी पावन पर्व के शुभ अवसर पर गॉडविन ग्रीनवुड सिटी सोसाइटी, दिल्ली रोड, मेरठ में प्रात: 9:00 बजे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा शस्त्र पूजन के साथ पूर्ण गणवेश में जोशीले देशभक्ति गीतों के साथ पद संचलन कार्यक्रम संपन्न हुआ। पद संचलन गॉडविन विला पार्क से शुरू होकर पूरी गॉडविन सोसाइटी में लगभग तीन किलोमीटर होकर विला पार्क में ही समाप्त हुआ।
पदसंचलन में पूर्ण गणवेश धारी लगभग 165 स्वयंसेवकों ने जोश के साथ हिस्सा लिया। मातृशक्ति द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वयं सेवकों का स्वागत किया गया। पद संचलन को देखकर कॉलोनी वासियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ और आत्मबल की अनुभूति हुई। सभी ने एकजुट होकर रहने का संकल्प लिया।
बौद्धिक के लिए बिजनौर से पधारे प्रांत सह संपर्क प्रमुख वेदपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस है, जिसे 1925 में प्रारंभ किया गया था और आज इसके 99 वर्ष पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कहा दशहरा पर्व विजय का पर्व है। शास्त्रमत मान्यता है अश्विन मास में इस दिन जोभी कार्य शुरू किए जाते हैं उनमें विजय पाना यानि अपेक्षानुसार उनका पूर्ण होना निश्चित माना जाता है।
उन्होंने कहा स्वयं भगवान श्रीराम ने भी रावण से युद्ध शुरू करने की तिथि विजय दशमी को ही रखा ताकि उन्हें विजय की प्राप्ति हो सके। उन्होंने विजय दशमी की विशेषता के बारे में और भी कई उदाहरण दिए। एल
उन्होंने कहा कि देश को स्वाधीन हुए 77 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी भी हम विदेशी सामान को ज्यादा महत्व देते हैं, हमें अपने देश में ही निर्मित वस्तुओं को खरीदना चाहिए इससे हमारा देश आर्थिक रूप से संपन्न होगा। आर्थिक सम्पन्नता से ही हर विपरीत परिस्थिति से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है, यही कारण है कि आज कोई भी शत्रु देश उससे युद्ध करने की हिम्मत नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष से लेकर आने वाले 100 वर्षों को अमृत काल माना गया है। उन्होंने कहा कि इस 25 वर्ष के अमृत काल में यानि 2047 तक हमें अपने पुरातन गौरव को पुन: प्राप्त करना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. महीप सलूजा ने की। सत्यबंधु, कुलदीप, ललित, महेश शर्मा, मनोज शर्मा की उपस्थिति गरिमापूर्ण रही । कार्यक्रम को सफल बनाने में पंकज, संजीव, अंकुश, संदीप, सचिन, विशाल, देवेश आदि राष्ट्रीय स्वयं सेवकों का विशेष सहयोग रहा।