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राष्ट्र रक्षा विश्व कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाता है परम तपस्वी संत त्यागीजी का जन्म दिवस ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कला 2024 शरद पूर्णिमा, वाल्मीकि जयंती पर हर वर्ष*

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_46 वे जन्म दिवस पर 46 राष्ट्र भक्तो का सेवा रत्न सम्मान करेंगे त्यागीजी महाराज_
बाल्मिकी जी को जीव को हुए कष्ट के कारण रचना हुई रामायण महाकाव्य की उसी तरह समाज की विचिप्त अवस्था को देख कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागीजी की तपस्या की शुरआत हुई राष्ट्र कल्याण की भावना से प्रेरित हर कार्य हो रहे है त्यागीजी आश्रम विश्व सेवा समिति परिवार द्वारा मानव मैं देवत्व जगाने धरती पर स्वर्ग सजाने मानवता के साथ सत्य प्रेम सद्भाव समर्पण को समृद्ध करने संस्कृति समृद्ध हो जड़ चेतन सबमें ईश्वर के दर्शन करे मानव बिना भेद भाव के समरस समाज की एकता अखंडता बनाए रखने त्यागीजी विश्व परिवार द्वारा भोजन शिक्षा संस्कार रोजगार के साथ गावो से हो रहे पलायन पर भी कार्य हो रहा है सबको उत्तम स्वास्थ्य, शिक्षा, न्याय का लाभ मिले विश्व बंधुत्व का भाव बढ़े हमारा देश सबसे ऊपर उठे हर गांव तीर्थ हर मानव देवीय गुणों से हो पूर्ण हर कोई अपने से ऊपर समाज की चिंता ही नही उस पर कार्य पूरे समर्पण के साथ बिना कुछ पाने की लालसा से करे यही त्यागीजी के त्याग तपस्या और बलिदान का संकल्प है ।
देश के विभिन्न क्षेत्रों मैं समर्पण भाव से कार्य कर रहे 46 सेवा रत्नों का सम्मान जिसने जीव सेवा, धर्म सेवा, चिकित्सा सेवा, प्रकृति सेवा, देशभक्ति जागरण, गीत, संगीत, साहित्य , निष्पक्ष खबर हेतु सेवा रत्नों का सम्मान अंतरराष्ट्रीय क्रान्तिकारी राष्ट्रभक्त तपोनिष्ठ संत शिरोमणि कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागीजी महाराज स्वयं अपने कर कमलों से करेंगे जिसका समय 4 से 6 बजे सायं है आपके अनुभवों से आश्रम परिवार को लाभांवित करें। बुजुर्गों बच्चों सहित उपस्थित जनों को उपहार सेवा त्यागीजी द्वारा तत्पश्चात आरती पूजन प्रसाद सेवा विश्राम
*लोक मंगल ही परम् लक्ष्य*
पिछले 5 वर्ष मैं हुए कार्य की संक्षिप्त जानकारी।
(1)5 लाख से अधिक लोगो की प्रसाद सेवा।
(2)20 हजार पेन,कापी, बैग वितरण
(3)2 हजार छाता मच्छरदानी टॉर्च चप्पल
(4)5 हजार टिफिन बोतल वितरण
(5) वृक्षारोपण क्षेत्रीय नदियों की सफाई
(6) महानदी मैया में कुंभ की शुरूआत।
(7) निशुल्क नेत्र सफल 100 ऑपरेशन।
(8)100 से अधिक लोगो से नेत्रदान संकल्प
(9) राष्ट्र हित मैं काम कर रहे 1000 सम्मान
(10)5000 से अधिक लोग नशा मुक्त किए
(11)10 हजार लोग दहेज नही लेने संकल्प
(12)100 बेटियो के विवाह मै सहयोग
13)50 लोगो को सिलाई मशीन हेतु सहयोग
(14) गौ रक्षा हितार्थ सहयोग और प्रेरणा
(115)अपनी जन्मभूमि,कर्मभूमि,तपोभूमि को बना दिया दुनिया का सबसे पवित्र ज्ञान तीर्थ
बिना चंदा बिना भीख अपना पेट काट अपनी जीवन भर की कमाई को किया समाज के लिए न्योछावर ।
ऐसे लगभग सैकड़ो कार्य जो पिछले 5 वर्षो मैं किए जा चुके है आगे भी इससे अधिक होंगे।
त्यागजी की तपस्या से ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कला बन गई अध्यात्म की नगरी क्षेत्र वासियों का कहना है की त्यागीजी महाराज की तपस्या जब से हुई है विलायत कला के साथ समूचा क्षेत्र और त्यागीजी आश्रम परिवार सत्य मार्ग पर चलकर परम आनंद को पा रहे हैं और समृद्धि के चरम पर है विलायत कलां पिछले 5 वर्ष मैं समृद्धि की उछाल मार दी गांव के साथ भारत वर्ष ने त्यागीजी की तपस्या ,संकल्प और देश के समर्पित देशभक्त से भारत आज विश्व मैं अपनी उत्तम छवि बना चुका है ।
जय मां भद्रकाली जय मां महानदी मैया की।
_सेवार्थ समर्पित_
त्यागीजी आश्रम विश्व सेवा परिवार ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कला कटनी मध्य प्रदेश भारत 7566239315,@9755396178

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