कल्पना अभिनय मेरे खून में हैं। मुंबई महाराष्ट्र
मुंबई ( गिरजा शंकर अग्रवाल ) - टैलेंट की अब कोई जगह नहीं है। बॉलीवुड इंडस्ट्री में बस जरूरत है, तो शो ऑफ की खूबसूरती दिखावे की। ओर एक शब्द जो बहुत तेजी से आ रहा कामर्पोमाइज हर डायरेक्टर प्रोड्यूसर को चाहिए महिला अभिनेत्री से, चाहे उसे ऐक्टिंग करने का ए. बी. सी. तक ना आता हो। मैंने अपने करियर में ऐसे बहुत से मुकाम देखे। जहां एक से बढ़कर एक काम आया। लेकिन बहुत दुख के साथ बताना पड रहा हैं। कि मैं उनकी शर्त नहीं मान सकीं और एक के बाद एक मौके के इंतजार में सारा काम हांथ से निकालता गया। सबका कहना है की आज की दुनिया मे छोटे कपड़े पहने बिना सक्सेस नहीं मिलती ना ही काम मिलता है। और ये सुनते सुनते मैं एक समय पर मैं थक सी गई और मेरे दिल से आवाज आए की अभिनय मेरे खून में है। क्या फर्क़ पडता है कि जगह बदल जाए ऐक्टिंग का क्या करना तो ऐक्टिंग ही है। चाहे कैमरा पर करों या स्टेज पर या फिर चौराहे पर। मुझे ऐक्टिंग से प्यार है कोई फर्क़ नहीं पडता चाहे जहां भी करना हो बस ऐक्टिंग होना चाहिए। तभी मैंने ये निर्णय लिया कि अब चाहे जैसे भी हो ऐक्टिंग नहीं छोड़ना। और फिर मैंने नुक्कड़ नाटक किया और अपना खुद का यूट्यूब चैनल बनाया और वहां अपना सपना पूरा करती हूं। दूसरे यूट्यूब चैनल के लिए काम करती हूं। अल्बम सोंग करती हूं। और एन. जी. ओ. के साथ मिलकर जागरूक का भी काम करती हूं। अब मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं। ना ही कोई प्रोड्यूसर या डायरेक्टर पर, इस बीच कुछ अच्छे लोग भी मिले। जिनके निगरानी में अच्छे काम किया। मैंने लेकिन कहते हैं कि अच्छे लोग बहुत कम होते हैं। पर कोई बात नहीं, अब लोकल आर्टिस्ट के साथ मिलकर ही कुछ बड़ा करने की कोशिश कर रहीं हूं। जहां कोई कामर्पोमाइज नहीं कोई छोटे कपड़े नहीं। और अब मैं अपने शादीशुदा जिंदगी में बहुत खुश हूं। और आज मैं जो कुछ भी काम कर रही मेरे पति अभिषेक जी के साथ और सपोर्ट से कर रहीं उन्होंने मुझे हर मोड़ पर सहारा दिया उन्होंने कभी रोक नहीं लगाया। मेरे काम पर और साथ दिया आज हम दोनों कदम से कदम मिलाकर एक साथ चल रहे मिल कर आगे बढ़ रहे।हमारे फिल्म प्रचारक गिरजा शंकर अग्रवाल जी हमारा अपने मीडिया के माध्यम से बहुत ही सपोर्ट करते हैं।
मीडिया रिपोर्टर पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश खास खबर