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खानपान में लापरवाही के कारण आपकी फर्टिलिटी प्रभावित होती है: डॉ. नवनेश कोठारी

व्यस्त जीवनशैली और खानपान में लापरवाही के कारण आपकी फर्टिलिटी प्रभावित होती है। पेरेंटहुड की खुशी पाने के लिए एक कपल की फर्टिलिटी का अच्छा होना बहुत जरुरी है। लेकिन, हर व्यक्ति की प्रजनन क्षमता अलग-अलग होती है।
यही कारण है कि कुछ लोगों को बच्चे को जन्म देने में एक सामान्य कपल की तुलना में ज्यादा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इनफर्टिलिटी की समस्या पुरुष और महिला दोनों में से किसी एक में या दोनों में हो सकती है।
कोठारी क्लासिकल होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डॉ. नवनेश कोठारी का कहना है कि इनफर्टिलिटी का कारण पुरुष और महिला दोनों में भिन्न-भिन्न हो सकता है।
महिलाओं में बांझपन का कारण ट्यूबल ब्लॉकेज,पीसीओडी, थायरॉइड, एंडोमेट्रियोसिस,बच्चेदानी में गांठ, हार्मोनल डिसऑर्डर, लो एएमएच, फेलोपियन ट्यूब बंद होना आदि हो सकता है। वहीं पुरुषों में बांझपन का मुख्य कारण लो स्पर्म काउंट, स्पर्म मोटिलिटी आदि हो सकता है। कई बार बढ़ती उम्र के कारण भी गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है।
अगर कोई कपल 35 की उम्र के बाद कन्सीव करने की कोशिश करता है तो उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्यूंकि धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ आपकी फर्टिलिटी कम होने लगती है। इसलिए एक्सपर्ट्स आपको सुझाव देते हैं कि 35 की उम्र से पहले बच्चे प्लान कर लें।
डॉ. कोठारी होम्योपैथी दवाओं के साथ साथ कुछ ऐसे पोषक तत्वों के बारे में बताते हैं जिसको अपने आहार में शामिल करके आप अपनी फर्टिलिटी में सुधार ला सकते हैं-
दाल और बिन्स
बिन्स और दाल में प्रोटीन तथा फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हॉर्मोन्स को संतुलित रखने में सहायक होता है और पाचन शक्ति में भी सुधार लाता है। इसके सेवन से आपका ओवुलेशन बेहतर होता है और प्रजनन क्षमता में भी सुधार होता है।
शतावरी
जो महिलाएं माँ बनना चाहती हैं उनके लिए फॉलिक एसिड बहुत जरुरी होता है। शतावरी एक आयुर्वेदिक हर्ब है जिसमें पर्याप्त मात्रा में फॉलिक एसिड पाया जाता है। इसके अंदर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी आपके अंडे की गुणवत्ता में सुधार करने में भी मददगार होते हैं।
अंडे
अंडे में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन्स पाए जाते हैं जो आपकी फर्टिलिटी में सुधार लाने के लिए बहुत जरुरी है इसलिए अंडे खाने से फायदा मिलता है।
एवोकाडो
एवोकाडो में मौजूद विटामिन के आपके शरीर में मौजूद सभी जरुरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने का कार्य करता है। जिससे आपके गर्भाशय की स्थिति में सुधार होता है और अंततः आपकी फर्टिलिटी भी इम्प्रूव होती है।
विटामिन सी
विटामिन सी आपके अंडे की गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायक होते हैं इसलिए आप खट्टे फल जैसे संतरा, आँवला, आदि का सेवन करके अपने गर्भाशय को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। जिससे गर्भधारण के लिए एक अच्छा वातावरण बन सके।
हरी पत्तेदार सब्जियां
ये सब्जियां आयरन, फॉलेट, और कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना जाता है जो आपके अंडे की गुणवत्ता में सुधार, नियमित मासिक धर्म, और गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरुरी है।
चुकंदर
चुकंदर एक ऐसा फल है जो शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ाने में सहायता करता है और गर्भाशय को स्वस्थ वातावरण प्रदान करता है जिससे फर्टिलिटी में सुधार होता है और गर्भधारण करने में मदद मिलती है।
साधारणतः उचित समय पर परेशानी को देखकर उसका इलाज एवं थोड़ी सावधानी बरतकर हमें बेहतर परिणाम मिल सकतें हैं। इनफर्टिलिटी एवं शुक्राणुओं की कमी आदी की समस्या में होम्योपैथी दवाएं बहुत कारगर हैं। सीमित समय मे होम्योपैथी द्वारा अच्छे परिणाम मिलतें है। होम्योपैथिक दवाएं बहुत सुगम एवं परम्परागत दवाइयों की अपेक्षा बहुत सस्ती होती हैं जिनका हमारे शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नही होता तथा इलाज के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती रहती है।

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