नवादा जिला के बाघी बरडीहा मे आज निकली गई भव्य कलश यात्रा, कल से नौ दिवसीय गायत्री जाप शुरू
वारिसलीगंज प्रखंड के बाघी बरडीहा मे विगत कई वर्षो से नवरात्र शुरू होते ही विश्व मे शांति और कल्याण को लेकर नौ दिवसीय गायत्री जाप किया जाता हैँ यहाँ के ग्रामीणों का कहना हैँ बाघी बरडीहा निवासी लखन लाल जी का गायत्री मंदिर निर्माण और ग्रामीणों को एकता बनाये रखने मे उनकी भूमिका अहम् थी आज पुरे गाँव के लोग मिल जुलकर शांति तरीके से इस परम्परा को निभाते आ रहे हैँ कहा गया कि
पौराणिक कथा के अनुसार सृष्टि के आदि में विष्णु की नाभि से उत्पन्न कमल पर ब्रह्मा जी प्रकट हुए। उन्हें आकाश वाणी द्वारा गायत्री मन्त्र मिला और उसकी उपासना करके सृजन की क्षमता प्राप्त करने का निर्देश हुआ। ब्रह्मा ने सौ वर्ष तक गायत्री का तप करके दृष्टि रचना की शक्ति एवं सामग्री प्राप्त की। यह कथा भी शब्द ब्रह्म की भांति गायत्री को ही आद्य शक्ति सिद्ध करती है। ज्ञान योग, कर्म योग, भक्ति योग के अन्तर्गत संसार की समस्त विचार सम्पदा और भाव विविधता त्रिपदा गायत्री की परिधि में ही सन्निहित है।
माँ गायत्री कलश यात्रा बाघी बरडीहा के गायत्री मंदिर से निकलकर देवी स्थान से होकर बाघी बरडीहा मोड़ से वापस लौटकर राधा कृष्णा ठाकुरवांड़ी होकर माँ गायत्री मंदिर में आकर संपन्न हुआ।इस पावन अवसर पर फुलमंती देवी सरपंच,धनंजय साव,पन्ना लाल साव,केशव कपूर हॉस्पिटल के संयोजक रवि मेहता इत्यादि रहे उपस्थित।