मंदिर में साधु बनकर रह रहा था दूसरे समुदाय का युवक भड़क उठे लोग खूब बवाल
इस बीच कुमाऊं में रहने वाले बाहरी राज्यों के लोग अपनी पहचान नहीं छुपा सकेंगे इसके लिए पुलिस का पहचान ऐप शुरू हो चुका है अल्मोड़ा मुख्यालय के करीब 15 किमी दूर शिव मंदिर में पहचान बदलकर साधु के वेश में रह रहे दूसरे समुदाय के युवक को लोगों ने भगा दिया ग्रामीणों को लंबे समय से संदेह था शनिवार को कुछ लोगों ने उसके आधार कार्ड की जांच की तो मामले का खुलासा हुआ हालांकि मामला अभी पुलिस तक नहीं पहुंचा है पेटशॉल स्थित शिव मंदिर में एक व्यक्ति बीते तीन चार माह से रह रहा था गांव के प्रधान कैलाश प्रसाद ने बताया कि स्थानीय लोग लंबे समय से उसकी गतिविधि पर नजर रखे हुए थे शनिवार को लोगों ने वीडियो बनाने के साथ कथित साधु से पूछताछ की नाम पता पूछा गया तो बताने में आनाकानी करने लगा गुस्सा आए लोगों ने खुद ही जांच शुरू की तो साधु का आधार कार्ड देख सब चौंक गए आधार कार्ड में वह किसी दूसरे समुदाय का निकला कार्ड में उसका नाम वकील वकील उम्र 42 साल और पता आगरा यूपी का लिखा था इसके बाद ग्रामीणों ने उसे तत्काल मंदिर खाली करने को कहा ग्रामीणों ने हो हल्ला कर कथित साधु को वहां से भगा दिया मामले में एसएसपी देवेंद्र पिंचा ने बताया की पुलिस जगह-जगह सत्यापन अभियान चला रही है सत्यापन अभियान में और अधिक तेजी लाई जाएगी कुमाऊं में पहचान छुपा कर नहीं रह सकेंगे लोग कुमाऊं में रहने वाले बाहरी राज्यों के लोग अपनी पहचान नहीं छुपा सकेंगे इसके लिए पुलिस का पहचान ऐप शुरू हो चुका है इससे एक तरफ अपराधियों पर नकेल कसी जाएगी तो दूसरी तरफ अन्य राज्यों से यहां आकर ईमानदारी से काम करने वालों को सत्यापन करने में आने वाली दिक्कत दूर होगी इस ऐप से एक साथ हजारों लोगों का सत्यापन किया जा सकेगा और उनका ऑनलाइन रिकॉर्ड एकत्र होगा पहले चरण में इस ऐप पर नैनीताल और उधम सिंह नगर के वन भूलपुरा रुद्रपुर किच्छा समेत अन्य संवेदनशील इलाकों में रहने वाले बाहरी लोगों को चिन्हित कर उनका डाटा अपलोड किया जा रहा है अब तक 27000 लोगों की जानकारी अपलोड हो चुकी है 30000 लोगों का डाटा संग्रहित होते ही ऐप को लांच कर दिया जाएगा ऐप को मॉनिटर कर रहे सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी ने बताया कि इससे दूसरे राज्यों के नागरिकों का उनके गृह नगर की पुलिस द्वारा सत्यापन आसानी से किया जा सकेगा इससे कोई अपराधी प्रदेश में छुपकर नहीं रह सकेगा