लघु सचिवालय फतेहाबाद में साफ सफाई के नाम पर लगा ग्रहण
Manoj Yogi, AIMAMEDIA, (HR) फतेहाबाद:23सितंबर । जिला प्रसासन साफ सफाई के नाम पर चाहे कितने ही बड़े-बड़े दावे कर रहा हो मगर आलम यह है कि लघु सचिवालय में हालात बुरे हैं जो कि जिला प्रशासन के सभी बड़े अफसरों के आफिस यहीं पर स्थित हैं ।
आज सुशील कुमार (ह्यूमन राइट्स ऐक्टिविस्ट) ने बताया कि कहे जाने को तो साफ सुथरा और गुलाबी शहर कहे जाने वाला फतेहाबाद जिसके कोर्ट परिसर के हालात देखकर ही ग्रहण सा लगा हुआ है । आरटीआई में चाहे अधिकारी साफ सफाई के कितने ही दावे कर लें लेकिन साफ सफाई के नाम पर फतेहाबाद शहर जीरो नजर आ रहा है। लघु सचिवालय में पीने के पानी की व्यवस्थाएं बदतर होती जा रही है। कोर्ट परिसर में शौचालयो की हालत तो दयनीय हालात में हैं।
लघु सचिवालय में सरकारी संपत्ति का धड़ले से दुरुपयोग हो रहा है। कुछ लोगों के चहेते लोगों कि कंटीन बिना पर्मिशन के चल रही हैं |
पानी में लारवा सिर्फ ग्रामीण और शहरी स्तर पर ही चेक किया जा रहा है कोर्ट परिसर में लारवा के सैंपल तक नही लिए जा रहे। वाटरकूलर सूखे पड़े, पानी की टंकियां काई से भरी पड़ी हैं । बदबूदार माहौल बन रहा,जगह-जगह पड़े हैं कूड़े और कचरा के ढेर। जबकि ग्रामीणों को और शहरी लोगों को बड़े-बड़े दावे कर बताया जा रहे कचरा प्रबंधन के रूल एंड रेगुलेशंस। लेकिन जिला प्रशासन खुद कर रहा लापरवाही और अनदेखी। जगह जगह रोकी जा रही मनमर्जी से जातिसूचक शब्द, जाट लैंड, बिश्नोई,आर्मी, ब्राह्मण, कोर्ट, इतियादी और रूतवा वाले स्टीकर की गाडियां और बाइक, अवैध पार्किंग के बोर्ड तक नही लगाए गए कोर्ट परिसर में। कानूनी तौर पर व्यवस्था हुई जीरो।आखिर कैसे बनेगी उचित व्यवस्था। पब्लिक पैलेस लुप्त होते नज़र आ रहे लघु सचिवालय में। पार्किंग की जगह पर जानबुझकर लापरवाही युक्त अवैध कब्जे करा रहा जिला प्रशासन मगर कोई सुध बुध लेने वाला नहीं है । डीसी, एडीसी ऑफिस के बगल में मनमर्जी से लोग पार्किंग पर कब्जा करे बैठे हैं और जिला प्रशासन के अधिकारी चुपचाप देख रहें हैं ।