घर में कहां लगाएं बागुआ दर्पण? यहाँ जानिए
फेंगशुई, जो चीनी वास्तु शास्त्र के रूप में जाना जाता है, जीवन में संतुलन और समृद्धि लाने का एक प्राचीन तरीका है। इसमें जल, अग्नि, पृथ्वी, लकड़ी और धातु को पंचतत्व माना गया है। इन तत्वों का संतुलन बनाए रखने के लिए फेंगशुई में कई सुझाव और उपाय बताए गए हैं, जो जीवन में सुख-समृद्धि और आरोग्य लाने में सहायक होते हैं। मान्यता है कि क्रिस्टल बॉल, एक्वेरियम, फव्वारे, बांसुरी, मेंडेरियन डक, फेंगशुई मेढ़क, लाफिंग बुद्धा जैसी वस्तुएं घर में रखने से परिवार में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। फेंगशुई के अनुसार, इन वस्तुओं के अलावा बागुआ दर्पण को भी विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मकता लाने का एक प्रमुख साधन माना जाता है।
बागुआ दर्पण क्या होता है?
बागुआ दर्पण फेंगशुई का एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो एक अष्टकोणीय आकार का विशेष प्रकार का दर्पण होता है। इसके आठ कोण होते हैं, जिनमें तीन-तीन रेखाएं बनी होती हैं। इन रेखाओं में कुछ पूरी और कुछ टूटी होती हैं। फेंगशुई में पूरी रेखाओं को "यांग" और टूटी रेखाओं को "यिन" कहा जाता है। यांग और यिन ऊर्जा के दो विरोधी लेकिन परस्पर पूरक सिद्धांत हैं, जो जीवन में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। बागुआ दर्पण में कोई केंद्र नहीं होता है, जिससे यह पूरे वातावरण को प्रभावित करने में सक्षम होता है।
बागुआ दर्पण को अक्सर घर के मुख्य द्वार या बेडरूम के दरवाजे पर लाल धागे से बांधकर लगाया जाता है। लाल धागा, फेंगशुई में, सुरक्षा और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती और सकारात्मक माहौल बना रहता है।
बागुआ दर्पण लगाने के लाभ
1. नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना:
बागुआ दर्पण को लगाने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है। यह घर के अंदर आने वाली सभी प्रकार की नकारात्मकता को प्रतिबिंबित कर उसे दूर भेज देता है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। खासकर उन घरों में जहां बाहरी वास्तु दोष होते हैं, जैसे तिराहा, चौराहा, या किसी दूसरी दिशा में घर होना, वहां बागुआ दर्पण का उपयोग अत्यधिक लाभकारी माना गया है।
2. वास्तु दोष को ठीक करना:
फेंगशुई के अनुसार, घर के मुख्यद्वार पर बागुआ दर्पण लगाना वास्तु दोष को समाप्त करने में सहायक होता है। मुख्यद्वार पर इस दर्पण को लगाने से घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जा को रोकने में मदद मिलती है। इसे मुख्यद्वार के ठीक केंद्र में लगाना चाहिए ताकि घर में सभी दिशाओं से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सके।
3. बुरी शक्तियों से सुरक्षा:
बागुआ दर्पण को बुरी शक्तियों और नकारात्मक प्रभावों से बचाव के लिए भी प्रभावी माना गया है। इसे घर के दरवाजे या खिड़कियों के बाहर लगाया जाता है ताकि यह बाहरी बुरी शक्तियों को दूर रख सके। खासकर उन घरों में जो किसी श्मशान, अस्पताल, या शत्रु के घर के समीप स्थित होते हैं, वहां बागुआ दर्पण का उपयोग नकारात्मक ऊर्जा को घर से दूर रखने में मदद करता है।
4. दक्षिण दिशा में घर होने पर लाभ:
अगर घर दक्षिण दिशा की ओर हो तो, बागुआ दर्पण लगाना अत्यधिक शुभ माना गया है। दक्षिण दिशा को फेंगशुई में अग्नि तत्व का प्रतिनिधि माना जाता है, और यह दिशा कभी-कभी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। ऐसे में, बागुआ दर्पण दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को रोकने का काम करता है।
बागुआ दर्पण लगाने के तरीके
फेंगशुई में बागुआ दर्पण का सही तरीके से उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसे लगाने के कुछ विशेष नियम और उपाय होते हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर ही इसे घर या ऑफिस में लगाया जाना चाहिए:
मुख्यद्वार के केंद्र में लगाएं: फेंगशुई के अनुसार, बागुआ दर्पण को घर के मुख्यद्वार के ठीक ऊपर केंद्र में लगाया जाना चाहिए। यह स्थान सबसे उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि यहां से घर में प्रवेश करने वाली सारी ऊर्जा को नियंत्रित किया जा सकता है।
लाल धागे से बांधें: बागुआ दर्पण को लगाते समय इसे लाल धागे से बांधकर लगाना चाहिए। लाल रंग शुभता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है, और यह दर्पण की ऊर्जा को और भी प्रभावी बनाता है।
बेडरूम में न लगाएं: बागुआ दर्पण को बेडरूम के अंदर नहीं लगाना चाहिए। इसे दरवाजे के बाहर लगाया जाना चाहिए, ताकि यह कमरे के बाहर से ही नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सके।
खिड़कियों के पास लगाएं: अगर आपके घर में खिड़कियों से नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर रही हो, तो बागुआ दर्पण को खिड़की के बाहर लगाना भी फायदेमंद हो सकता है।