टारगेट पर सिर्फ हनुमान मंदिर… कालबेलिया सरगना की लाल किताब से हुए चौंकाने वाले खुलासे
गुना: मध्य प्रदेश के गुना में स्थित प्राचीन हनुमान टेकरी मंदिर में डकैती की वारदात हुई। इस मामले में अपराधियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ के चलते अपराधियों ने खुलासा किया कि उनकी गैंग का मुख्य निशाना अधिकतर हनुमान मंदिर होते थे। उन्होंने न केवल टेकरी मंदिर, बल्कि श्योपुर के छिमछिमा हनुमान मंदिर समेत कई अन्य स्थानों पर भी चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था। इस गैंग का नाम "कालबेलिया" है।
गैंग के मुखिया बाबूलाल कालबेलिया के पास से दो दर्जन से ज्यादा लाल किताबें मिली हैं, जिनमें बड़े लेन-देन का हिसाब-किताब दर्ज है। इन किताबों में कई मोबाइल नंबर भी लिखे हुए हैं, जिनकी जांच पुलिस कर रही है। रिमांड के चलते कई अहम खुलासे हुए, जिनमें से एक यह है कि कालबेलिया गैंग के सदस्य इतने शातिर हैं कि अब तक किसी भी मामले में उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। 24 अगस्त की रात हनुमान टेकरी मंदिर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस मामले में राजस्थान के एक ज्वैलर समेत कालबेलिया गैंग के 8 सदस्यों को नामजद आरोपी बनाया गया था। इनमें से 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह मामला अत्यधिक संवेदनशील था, जिस पर ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना ने 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। साथ ही पुलिस अधीक्षक संजीव सिंहा ने एसआईटी (SIT) का गठन किया था। एसआईटी टीम ने 20 दिन की कड़ी मेहनत के पश्चात् हनुमान टेकरी मंदिर डकैती का खुलासा किया।
वही इस शातिर गैंग की गिरफ्तारी के पश्चात् केंद्रीय मंत्री एवं गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पुलिस को धन्यवाद दिया है। सिंधिया ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "टेकरी सरकार की जय! यह गुना के प्रत्येक निवासी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि हनुमान टेकरी मंदिर से चोरी किए गए भव्य आभूषण फिर से टेकरी सरकार में स्थापित कर दिए गए हैं। इस सफलता के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान की पुलिस तथा प्रशासन का धन्यवाद। आपके सहयोग से टेकरी सरकार की सकारात्मक ऊर्जा और दिव्यता फिर से प्रकट हुई है। हमने एसआईटी के साथ मिलकर 20 दिनों तक दिन-रात निगरानी तथा जांच की, जिससे इस पवित्र धरोहर को सुरक्षित वापस लाया जा सके। इस सफल मिशन के लिए पूरी टीम का फिर से धन्यवाद।"
गुना के पुलिस अधीक्षक संजीव सिंहा ने बताया कि बदमाशों ने चोरी के अनोखे तरीके अपनाए थे। CCTV फुटेज में कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जो जांच में उपयोगी साबित हुए हैं। बदमाशों के पास से 12 से अधिक लाल किताबें मिली हैं, जिनमें बड़े स्तर पर लेन-देन का उल्लेख है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।