गंगा की रौद्र रूप से कई गांव बाढ़ से घिरा,एसडीएम ने किया निरीक्षण,राजस्व कर्मियों को किया अलर्ट
सेवराई। स्थानीय तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में एसडीएम संजय यादव ने मौका निरीक्षण किया एवं संबंधित राजस्व कर्मियों को ग्रामीणों की आवागमन में सहूलियत के लिए प्रत्येक गांव में 2-2 नाव तैनाती के निर्देश दिए।
मंगलवार की शाम एसडीएम सेवराई संजय यादव ने बाढ़ प्रभावित गांव हसनपुरा, नसीरपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित लेखपालों को गांव के लोगों की सूची बनाकर भेजने का निर्देश दिया है बताया कि प्राथमिक तौर पर बाढ़ आपदा को दृष्टिगत रखते हुए तहसील क्षेत्र के चार बाढ़ प्रभावित गांवों में दो दो मोटर जनित नाव की व्यवस्था की गई है जिससे लोग आवागमन के लिए प्रयोग कर सकते हैं। मां कामाख्या धाम स्थित रहा सिविल को एक्टिव कर दिया गया है जहां एक चिकित्सीय टीम 24 घंटे रखी गई है जो बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को आवश्यकता पड़ने पर उचित परामर्श व दवाइयां उपलब्ध कराएंगे इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के सूची शासन को भेज दी गई है जल्द ही राहत सामग्री वह पशु चारा की भी बंदोबस्त की जा रही है।
बाढ़ प्रभावित गांव हसनपुरा एवं बिरऊपर के लोगों ने बताया कि शासन स्तर से अभी नाव का बंदोबस्त किया गया है घर में पानी भर जाने के कारण हम चो पर रहने को मजबूर हैं वही अपनी दुधारू गाय को मवेशियों को पानी से बचने के लिए गांव के दूसरे दरवाजे पर बांधा गया है सबसे बड़ी समस्या पशु चारा की हो गई है हरा चारा पूरी तरह से नष्ट हो जाने के कारण पशुओं को खिलाने के लिए चार शेष नहीं रहा गया है अगर जल्द ही शासन स्तर से चरक की व्यवस्था नहीं की गई तो पशुओं के लिए चारा खिलाना मुश्किल हो जाएगा।
वहीं लोगों ने शासन से जल्द से जल्द रस सामग्री वितरण करने की मांग की है बताया कि बाढ़ के पानी के कारण गांव की लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है एकमात्र नाव ही सहारा है जिससे लोग आवागमन कर पा रहे हैं। घरों में रखे गए राशन आदि भी खत्म हो चुके हैं।