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नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर में संकुल स्तरीय प्रतियोगिता का किया गयाआयोजन



रसड़ा (बलिया) नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर अखनपुरा रसड़ा, बलिया में आज संकुल स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें वैदिक गणित, विज्ञान और संस्कृति ज्ञान की प्रतिस्पर्धाओं ने छात्रों की बौद्धिक क्षमता और रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने इस आयोजन में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
वैदिक गणित प्रतियोगिता में तरुण और किशोर वर्ग में नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर, रसड़ा के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि बाल और शिशु वर्ग में परशुराम जानकी सरस्वती विद्या मंदिर, बेल्थरा रोड के छात्रों ने जीत दर्ज की। वैदिक गणित की अनूठी विधि छात्रों को तेज़ी से गणनाएँ करने में मदद करती है और उनकी त्वरित निर्णय क्षमता को बढ़ावा देती है।
विज्ञान प्रदर्शनी में कौशिक सिंह द्वारा प्रस्तुत रोबोटिक मॉडल, जो बोरवेल में गिरे बच्चों को बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया था, विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। यह मॉडल न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि समाज की वास्तविक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने का भी एक अनूठा प्रयास था। काजल शर्मा ने महिला सुरक्षा पर आधारित एक प्रभावी मॉडल प्रस्तुत किया, जो सामाजिक सुरक्षा के प्रति छात्रों की जागरूकता को प्रदर्शित करता है। अन्य छात्रों ने रोड एक्सीडेंट, कृषि और पर्यावरण संरक्षण पर भी प्रभावशाली मॉडल्स पेश किए। गणितीय अवधारणाओं, जैसे त्रिकोणमिति और ज्यामिति, पर आधारित मॉडल्स ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
संस्कृति ज्ञान प्रतियोगिता में शिशु वर्ग के अंतर्गत नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर, रसड़ा के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि किशोर वर्ग में मुन्नी देवी सरस्वती विद्या मंदिर, मऊ के छात्रों ने अपनी विजय दर्ज की। इस प्रतियोगिता ने छात्रों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के प्रति जागरूक किया गया। वैदिक गणित पत्र वाचन प्रतियोगिता में तरुण वर्ग में अनुपम देव, किशोर वर्ग में भूमि, और बाल वर्ग में समृद्ध मौर्य ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। गणित प्रयोग प्रतियोगिता में तरुण वर्ग में संदीप मौर्य, किशोर वर्ग में आदित्य यादव, और बाल वर्ग में लकी सिंह ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका ध्यान आकर्षित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यक्ष अश्विनी मिश्रा, प्रबंधक संजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष कौशल कुमार, राम दरस यादव, जयप्रकाश गिरी, मनोज पांडे, अजय जी, और राकेश अग्रहरी समेत सभी प्रधानाचार्य मौजूद रहे। बलिया संभाग के निरीक्षक श्री कन्हैया चौबे ने इस अवसर पर सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ छात्रों के बौद्धिक और सृजनात्मक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन प्रतियोगिताओं से छात्रों की तार्किक सोच, नवाचार क्षमता और सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहन मिलता है, जो उन्हें भविष्य में बेहतर नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है। धन्यवाद ज्ञापन संकुल प्रमुख प्रमोद सिंह ने किया। यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए प्रतिस्पर्धा का एक मंचथा,बल्किउनकीसृजनात्मकता और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर बोध होता है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ छात्रों को सोचने, नवाचार करने और समाज की वास्तविक चुनौतियों को हल करने के लिए प्रेरित करती हैं, जो उनके सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं। जिससे वे अपने भविष्य को सुधार सकते है और साथ ही समाज की सेवा करने में अपना योगदान निभाने का कार्य करेंगे ।

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1 comment  
  • Babita Wadhwani

    बच्चों का उत्साह वर्धन होता है । मीडिया कवरिंग से भी बच्चों को प्रोत्साहन मिलता है।