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ब्रह्म ऋषि अंगिरा जी का जन्मोत्सव ऋषि पंचमी रविवार 8 सितम्बर को मनाया जाएगा ।

ब्रह्म ऋषि अंगिरा जी का जन्मोत्सव ऋषि पंचमी रविवार 8 सितम्बर को मनाया जायेगा।

पाली शुक्रवार 7 सितम्बर। ब्रह्म ऋषि अंगिरा जी का जन्मोत्सव ऋषि पंचमी रविवार 8 सितम्बर को देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। जिसमें ऋषि अंगिरा वंशज जांगिड़, पांचाल, आदि ब्राह्मणो और विश्वकर्मा के पांचों पुत्रों के वंशजों द्वारा शनिवार को एक शाम ऋषि अंगिरा के नाम राज्य स्तरीय भजन संध्या आयोजित करेगे। अगले दिन समाज की मातृ शक्ति द्वारा गणवेश में कलश यात्राएं निकालेंगे, मंदिरों पर ध्वजारोहण करेगे, इसके बाद यज्ञ हवन करके ऋषि अंगिरा का पूजन कर उनके उपदेशों एवं आदर्शों पर चलने का संकल्प व्यक्त करेंगे। अतिथियों का स्वागत सम्मान करके अतिथियों और भामाशाहों के हाथों समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर उत्साह वर्धन करेंगे। कहीं पर रक्तदान शिविर और अस्पताल में मरीजों को फल आदि वितरण के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। अतिथियों समाज बंधुओं और भक्तों के लिए ऋषि प्रसाद (भोजन) की व्यवस्था की जायेगी।

अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा दिल्ली के पूर्व राष्ट्रीय प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य ने बताया कि महासभा संविधान के अनुसार महासभा प्रधान कार्यालय, प्रादेशिक सभा कार्यालय और जिला शाखाओं द्वारा अपने-अपने क्षैत्रो में अंगिरा जयन्ति को समारोह आयोजित किये जाने का प्रावधान है। जहां पर अंगिरा जी के मंदिर है वहां पर मंदिर समिति और समाज बंधुओं के सहयोग से अंगिरा जयन्ति के कार्यक्रम आयोजित होगे।

श्री आर्य ने बताया कि ब्रह्म ऋषि अंगिरा की तप स्थली अंगिरा धाम विकास संस्था अंगारी तहसील थानागाजी जिला अलवर के संरक्षक छीतरमल जांगिड़, रामतार जांगिड़, अध्यक्ष बाबुलाल जांगिड़ एवं महामंत्री राजेंद्र प्रसाद जांगिड़ हरनैर के नैतृत्व एवं मार्गदर्शन में कार्यकारिणी द्वारा प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी अंगिरा जयन्ति विशाल स्तर पर मनाई जायेगी। इसी क्रम में अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा जिला सभा भरतपुर एवं तहसील सभा भरतपुर द्वारा तहसील अध्यक्ष हरिकिशन शर्मा जिला अध्यक्ष विशन लाल शर्मा के नैतृत्व एवं मार्गदर्शन मे अंगिरा जयंती मनाई जाएगी। जिसमें अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा की राष्ट्रीय, प्रादेशिक एवं जिला सभाओं के पदाधिकारी सम्मिलित होकर दिव्य महापुरुष ब्रह्म ऋषि अंगिरा भगवान के बताए मार्ग का अनुकरण कर उनके अति सूक्ष्म अंश को धारण करने का प्रयास करने का संकल्प व्यक्त करेंगे।

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