पूर्व DGP शेष पॉल वैद्य का बड़ा खुलासा: "आज मसूद अजहर कब्र में होता, अगर प्लेन हाईजैक होता"
जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP शेष पॉल वैद्य ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यदि आज प्लेन हाईजैक होता, तो आतंकवादी मसूद अजहर अफगानिस्तान में नहीं, बल्कि कब्रिस्तान में दफन होता। उन्होंने मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ कड़ी नीति की तारीफ करते हुए कहा कि आज की सरकार आतंकवादियों को आजाद नहीं करती, बल्कि उन्हें कब्रिस्तान में पहुंचा देती है।
शेष पॉल वैद्य ने अपने बयान में 1999 के कंधार विमान हाईजैक का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय की परिस्थितियों के चलते भारत को आतंकवादी मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था, लेकिन आज की सरकार में ऐसा नहीं होता। उन्होंने खुलासा किया कि जब मसूद अजहर को जेल से निकालकर जम्मू एयरपोर्ट ले जाया गया था, तो उसके चेहरे पर एक घिनौनी मुस्कान थी, जो उन्हें आज भी याद है।
"प्लेन हाईजैक में पाकिस्तान और ISI का हाथ, वेब सीरीज में सच्चाई छुपाई"
शेष पॉल वैद्य ने आरोप लगाया कि कंधार विमान हाईजैक में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI की भूमिका थी, जिसे कुछ वेब सीरीज में ठीक तरह से नहीं बताया गया। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि वेब सीरीज में सच्चाई को छुपाया गया और इस घटना को पूरी तरह से दर्शकों के सामने प्रस्तुत नहीं किया गया।
उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाली पीढ़ियों को इस प्रकार की सामग्री के कारण गलत संदेश मिल सकता है। "वेब सीरीज में सच्चाई छिपाकर भारत के आने वाले भविष्य के बच्चों के साथ धोखा किया गया है। आने वाली पीढ़ियों को यह लगने लगेगा कि भारत के ही लोगों ने प्लेन हाईजैक किया था, जबकि सच्चाई इससे बिल्कुल उलट है," वैद्य ने कहा।
मसूद अजहर: भारत के खिलाफ आतंक का चेहरा
मसूद अजहर, जो कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख है, भारत के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक माना जाता है। 1999 के कंधार विमान हाईजैक के बाद उसे भारतीय जेल से रिहा किया गया था। यह घटना भारत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज है, जब भारतीय विमान को अगवा कर कंधार ले जाया गया और यात्रियों की जान बचाने के लिए भारत को आतंकवादियों की रिहाई करनी पड़ी।
शेष पॉल वैद्य ने बताया कि कैसे मसूद अजहर को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से रिहा कर कंधार भेजा गया था। उन्होंने मसूद के चेहरे पर उस समय की घिनौनी मुस्कान को याद करते हुए कहा, "उसके चेहरे पर जो घिनौनी मुस्कुराहट थी, वो आज भी मुझे याद है। ऐसा लग रहा था कि वह अपनी जीत का जश्न मना रहा हो।"
भारत सरकार की आतंकवाद पर सख्त नीति
वैद्य ने मौजूदा सरकार की आतंकवाद पर सख्त नीति की प्रशंसा की और कहा कि अगर आज ऐसी स्थिति आती, तो आतंकवादियों को रिहा करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, "आज की मोदी सरकार आतंकियों को आजाद नहीं करती, बल्कि कब्रिस्तान में दफन करती है।"
शेष पॉल वैद्य का यह बयान उस समय आया है जब भारत में कई राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा चल रही है, और ऐसे बयान वर्तमान सुरक्षा नीतियों और आतंकवाद के खिलाफ सरकार के दृष्टिकोण को उजागर करते हैं।
वेब सीरीज और वास्तविकता का अंतर
उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि किस प्रकार कुछ वेब सीरीज और फिल्मों में ऐतिहासिक घटनाओं को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिससे नई पीढ़ी को गलत जानकारी मिल रही है। उनके अनुसार, यह न केवल इतिहास के साथ अन्याय है, बल्कि भारत के भविष्य के बच्चों के साथ धोखा है। वैद्य ने मांग की कि वेब सीरीज में इस प्रकार की घटनाओं को सही और निष्पक्ष तरीके से दिखाया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को सही जानकारी मिले।
निष्कर्ष
शेष पॉल वैद्य के इस खुलासे ने न केवल कंधार विमान हाईजैक की दर्दनाक यादें ताजा कर दी हैं, बल्कि आज के दौर में आतंकवाद के प्रति भारत की नीति पर भी रोशनी डाली है। उनका यह बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि देश की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जानी चाहिए।