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सड़क दुर्घटना में घायल युवक को नहीं मिली एम्बुलेंस, सीएस फाउंडेशन ने पहुंचाई मदद
चकाई प्रखंड के सरौन पंचायत निवासी निरंजन गिरी के पुत्र नीतेश भारती का सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो जाना पूरे क्षेत्र में चिंता का विषय बन गया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही सी.एस. फाउंडेशन के प्रमुख चंदन सिंह अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थानीय प्रशासन की मदद से घायल युवक को चकाई के रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया।
हालांकि, रेफरल अस्पताल में इमरजेंसी की उचित व्यवस्था के अभाव में डॉक्टरों ने नीतेश को बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर कर दिया। लेकिन स्थिति तब और गंभीर हो गई जब अस्पताल से मरीज को ले जाने के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई। ऐसी विकट स्थिति में चंदन सिंह ने फाउंडेशन की ओर से गाड़ी की व्यवस्था कर, गंभीर रूप से घायल नीतेश को धनबाद भेजने में मदद की।
स्थानीय लोगों और परिजनों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि चकाई के रेफरल अस्पताल में इमरजेंसी सुविधाओं का घोर अभाव है। आईसीयू, वेंटीलेटर जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं होने के कारण गंभीर मरीजों को रेफर करना एक आम बात हो गई है। परिजनों ने बताया कि आर्थिक तंगी के बावजूद उन्हें गंभीर हालत में मरीज को धनबाद ले जाना पड़ा, जबकि चकाई में ही इलाज की बेहतर सुविधा होनी चाहिए थी।
सी.एस. फाउंडेशन के प्रयासों से मरीज को समय पर धनबाद पहुंचाया जा सका, लेकिन यह सवाल अब भी बरकरार है कि आखिर कब तक चकाई अस्पताल में मरीजों को इलाज के अभाव में रेफर किया जाता रहेगा? क्या यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं कभी मिल पाएंगी, या फिर सिर्फ भगवान ही उनके जीवन का सहारा बने रहेंगे?
यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और प्रशासन की उदासीनता को उजागर करती है। जरूरत है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में ठोस कदम उठाएं ताकि भविष्य में किसी मरीज को समय पर इलाज न मिलने के कारण अपनी जान न गंवानी पड़े।