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State Award या सिफारिश अवार्ड

17 स्टेट अवार्ड, 9 प्रशस्ति, चार विशेष सम्मान के 30 शिक्षक होंगे समान्नित
शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले अध्यापकों पर उठे सवाल
कांट्रैक्टचुअल कर्मचारी यूनियन ने प्रशासक, सलाहकार और शिक्षा सचिव से की शिकायत

दो प्राइवेट से दो-दो शिक्षकों को अवार्ड देने के साथ पहले अवार्ड पा चुके शिक्षकों को दोबारा सम्मानित करने का विभाग ने लिया निर्णय

पहली बार आठ शिक्षकों को नामित कर विभाग कर रहा सम्मानित

चंडीगढ़
कल शिक्षक दिवस पर 17 स्टेट अवार्ड, 9 प्रशस्ति, चार विशेष सम्मान के 30 शिक्षक समान्नित होंगे। शिक्षक दिवस पर सम्मानित होने वाले अध्यापकों के नाम घोषणा के साथ ही उन पर सवाल उठ रहे है। मंगलवार को स्टेट अवार्ड, प्रशस्ति पत्र और विशेष सम्मान पाने वालों की लिस्ट जारी की गई। लिस्ट में 17 अध्यापकों को स्टेट अवार्ड, नौ को प्रशस्ति पत्र और चार को विशेष सम्मान देने का निर्णय लिया है। विभाग ने पहली बार आठ शिक्षकों को बिना आवेदन नामित कर स्टेट अवार्ड और प्रशस्ति पत्र देने का भी निर्णय लिया है। शिक्षक दिवस पर जारी लिस्ट के खिलाफ आल कांट्रैक्टचुअल कर्मचारी संघ भारत, प्रशासक जीसी कटारिया, सलाहकार राजीव वर्मा और शिक्षा सचिव अभिजीत विजय चौधरी को शिकायत दी है। शिकायत में आपत्ति जताते हुए बताया गया है कि पहले स्टेट अवार्ड पा चुके चार शिक्षक अमृता भूल्लर, प्रवीन कुमारी, जैसमीन जोश और रवि जैसवाल को विशेष सम्मान देकर दोबारा सम्मानित किया जा रहा है। इसी प्रकार से शहर में 83 प्राइवेट और सात प्राइवेट एडेड स्कूल है, लेकिन सेंट जोसेफे स्कूल सेक्टर-44 और सेक्रेट हार्ट स्कूल सेक्टर-26 के दो-दो शिक्षकों को स्टेट और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है। कांट्रैक्टचुअल कर्मचारी यूनियन के चेयरमैन बिपिन शेर सिंह ने कहा कि विभाग के पास कांट्रैक्ट पर समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए), रेगुलर पोस्ट के अगेंस्ट कांट्रैक्ट और गेस्ट फैकल्टी के तौर पर शिक्षक सेवाएं दे रहे है। किसी भी कांट्रैक्ट पर गेस्ट फैकल्टी को अवार्ड या सम्मान देने के लिए नहीं चुना गया है।

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जिन प्रोजेक्ट से पाया राष्ट्रीय अवार्ड उन्हें कोई सम्मान नहीं-
कांट्रैक्चुअल कर्मचारी संघ के प्रधान अशोक कुमार ने कहा कि एसएसए के तहत बाल वाटिका, ड्राप आउट स्टूडेंट के लिए स्पेशल टीचर सेंटर और विशेष विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाने के अलग-अलग प्रोजेक्ट है। इन प्रोजेक्ट में विभाग के कर्मचारियों के अलावा स्कूल शिक्षक भी काम करते है। कांट्रैक्ट और गेस्ट फैकल्टी पर कई शिक्षक ऐसे है जिनकी तरफ से तैयार किए गए विद्यार्थी खेल या कला-साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर रहे है लेकिन विभाग ऐसे शिक्षकों को कभी सम्मानित नहीं करता।

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नामित प्रक्रिया की नहीं जानकारी-
अशोक कुमार ने कहा कि विभाग ने पहली बार शिक्षक दिवस पर स्टेट अवार्ड और प्रशस्ति पत्र पाने के लिए आठ नामित शिक्षकों का चयन किया है। शिक्षकों की चयन प्रक्रिया क्या थी इसकी जानकारी किसी भी शिक्षक के पास नहीं है। नामित होने वाले शिक्षकों के नाम को किसने नामजद किए और उनका चयन किसने किया इसके बारे में कोई भी नहीं जानता। विभाग को ऐसे शिक्षकों के नाम पर दोबारा विचार करना चाहिए।
Education Department needs more transparency in giving any type of awards to teachers

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