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बगरौड़ विद्यालय में लापरवाही और अनियमितता के चलते अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त,प्राचार्य ने किया आरोपों का खंडन

पन्ना - मध्य प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी ने युवाओं की परेशानियां बढ़ा कर रख दी हैं, बात करें अगर शिक्षा विभाग की जहां विद्यालय में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है इसकी खानापूर्ति करने के लिए विद्यालयों में अतिथि शिक्षक रखे जा रहे हैं लेकिन जगह-जगह से अतिथि शिक्षकों की लापरवाही एवं अनियमिताओं के चलते उनकी नियुक्तियों में परेशानी आ रही हैं ऐसा ही मामला सामने आया है पन्ना जिले की शाहनगर विकासखंड अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बगरौड़ से। जहां पर विगत सत्र 2023-2024 में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के द्वारा विद्यालय में बरती जा रही लापरवाही एवं अनियमिताओं के आधार पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रस्ताव डालकर पूर्ण सत्र में कार्यरत दो अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दीं गई हैं। विद्यालय प्रबंधन एवं विद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं का कहना है कि विगत सत्र में कार्यरत अतिथि शिक्षक यदुनंदन प्रजापति एवं कैलाश लोधी द्वारा विद्यालय में लगातार लापरवाही अनियमिताएं बरती जा रही थी,जिसमें निकाले गए अतिथि शिक्षकों द्वारा समय पर विद्यालय न पहुंचना,समय पर पाठ्यक्रम का पूरा न होना, अध्यापन शैली में पारंगत ना होना, साथ ही बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार नहीं होना शामिल है।सत्र 2024- 25 में बगरौड़ विद्यालय में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति मेरिट के आधार पर नियमबद्ध तरीके से की गई है। लेकिन इस वर्ष अतिथि शिक्षक यदुनंदन प्रजापति एवं कैलाश लोधी को विद्यालय प्रबंधन द्वारा उनकी सेवाएं समाप्त की गई हैं जिसका मुख्य कारण उनकी लापरवाही एवं अनियमितताएं थी। इस संबंध में अतिथि शिक्षक यदुनंदन प्रजापति एवं कैलाश लोधी द्वारा विद्यालय प्राचार्य राम प्रसाद अहिरवार पर अतिथि शिक्षक नियुक्ति मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।जिस संबंध में बगरौड़ प्राचार्य द्वारा बताया गया कि सत्र 2024 25 में अतिथि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी आवेदक से नियुक्ति को लेकर किसी भी प्रकार की मांग नहीं की गई है साथ ही विद्यालय से बाहर निकाले गए अतिथि शिक्षकों द्वारा भर्ती प्रक्रिया में रिश्वत मांगने के सभी आरोपों का मैं खंडन करता हूं इस सत्र में विद्यालय में पूर्व में कार्यरत सभी अतिथि शिक्षकों की निष्पक्ष तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। बगरौड़ विद्यालय मे कार्यरत पूर्व अतिथि शिक्षकों के विद्यालय में अध्यापन कार्य एवं व्यवहारिक दृष्टिकोण के बारे में जैसे ही छात्र-छात्राओं से बातचीत की गई उन्होंने बताया कि अतिथि शिक्षक यदुनंदन प्रजापति और कैलाश लोधी द्वारा अध्यापन कार्य में लगातार लापरवाही बरती जा रही थी साथ ही बच्चों का कहना है कि इन दोनों अतिथि शिक्षकों का छात्र-छात्राओं से मित्रवत व्यवहार नहीं था और इन अतिथि शिक्षकों की अध्यापन शैली खराब थी जिसके चलते हमारी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी हमारी मांग है कि इन दोनों अतिथि शिक्षकों को दोबारा बगरौड़ विद्यालय में ना रखा जाए बल्कि उनकी जगह किसी दूसरे प्रशिक्षित अनुभवी अतिथि शिक्षक को रखा जाए जिससे समय पर हमारा पाठ्यक्रम पूरा हो सके और हम अपना बेहतर भविष्य बना सकें।

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