पूर्व पार्षद पर जबरदस्ती मकान पर कब्जा करने के आरोप झूठे और बेबुनियादी पार्षद ने की निष्पक्ष जांच की मांग
बरेली,शहर के थाना बारादरी क्षेत्र के मोहल्ला सूफी टोला के रहने वाले इज़हार और उसकी पत्नी सीमा ने आज पुलिस कप्तान के कार्यालय पहुंचकर पूर्व पार्षद नौशाद अली उर्फ कय्या पर आरोप लगाते हुए पुलिस कप्तान को एक शिकायती पत्र देकर बताया कि पूर्व पार्षद नौशाद उर्फ कय्या ने उन के मकान पर जबरदस्ती कब्जा करने की नियत से घर में घुसना चाहता हैं
पति पत्नी ने पुलिस कप्तान को यह भी बताया कि पड़ोस के रहने वाले लोगों से मुकदमा चल रहा है जिसमें हाईकोर्ट द्वारा स्टे आर्डर हो चुका हैं
वहीं पर इज़हार ने चौकी इंचार्ज पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए कैमरे लगवाए हैं जिसको चौंकी इंचार्ज हटवाना चाहते हैं
वहीं दूसरी ओर पूर्व पार्षद नौशाद अली उर्फ कय्या से मामले की जानकारी ली तो पूर्व पार्षद नौशाद अली ने इज़हार और उसकी पत्नी सीमा के आरोपों को झूठा और बेबुनियादी बताते हुए कहा कि सन् 2011 में इसरार हुसैन पुत्र इकरार हुसैन और समरीन बानों पत्नी मिराज ने अलाउद्दीन और मोहसिन अली के नाम बैनामा किया था
जब कोई हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर सामने नहीं आया और रजिस्ट्रार आफिस से बैनामा भी हो गया
जिससे साफ हो जाता हैं कि इज़हार और उसकी पत्नी सीमा झूठ बोल कर अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं
नौशाद अली ने आगे बताया कि सन् 2012 में इस मकान का बैनामा अलाउद्दीन और मोहसिन ने असमा बेगम के नाम कराया था जोकि असमा बेगम ने अपने नाम से ही बिजली कनेक्शन लिया था
जो आज तक बिजली कनेक्शन असमा बेगम के नाम से ही चल रहा है और सन् 2012 से लेकर अब तक मकान पर असमा बेगम ही काबिज हैं
पूर्व पार्षद नौशाद अली ने बताया कि फरवरी 2024 को असमा बेगम से यह मकान उन्होंने खरीद लिया जिसका बैनामा असमा बेगम ने उनके नाम 25 फरवरी 2024 को करा दिया
था
फिर भी हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर सामने नहीं आया जबकि कोई भी व्यक्ति किसी का भी मकान या ज़मीन खरीदता है तो क्षेत्र में सभी को मालूम हो जाता हैं मगर सन् 2011 से अब तक तीन बार इस मकान का बैनामा हुआ है
वो भी अलग-अलग व्यक्तियों के नाम तो इज़हार और उसकी पत्नी सीमा ने उस समय आवाज क्यों नहीं उठाई और अधिकारियों से गुहार क्यों नहीं लगाई थी कि यह मकान उनका हैं
जिससे साफ हो जाता हैं कि यह लोग किसी तरह से हम से कुछ चाहते हैं
पूर्व पार्षद नौशाद अली ने आगे कहा कि जिस हाईकोर्ट के स्टे ऑर्डर की बात इज़हार और उसकी पत्नी सीमा कर रहे हैं वो हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर दुसरे मकान के विवाद का है
पूर्व पार्षद नौशाद अली ने पुलिस से मांग करते हुए कहा इस मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएं
गौरतलब हैं कि जब सन् 2011 में बैनामा हुआ था तो उस समय इज़हार और उसकी पत्नी सीमा कहा पर सोएं हुए थे जब सन् 2012 में भी बैनामा हुआ तो क्यों नहीं अपत्ति दर्ज कराई थी
जब तीसरी बार बैनामा पूर्व पार्षद नौशाद अली उर्फ कय्या के नाम हुआ तो इज़हार और उसकी पत्नी सीमा पुलिस से गुहार लगाने पहुंचे जिससे किसी और तरहा की बू आ रही हैं
यह तो समय पर ही पता चलेगा कि कौनसी बू रही