
सुरक्षा एक व्यापक विषय है? प्रो. हरी सरन
आज दिनाक 24.08.2024 को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय गोरखपुर के 43 वा दीक्षांत सप्ताह के अंतर्गत रक्षा व स्त्रातजिक अध्ययन विभाग में 21 वी शताब्दी में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज के कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन विभागाध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह जी ने दिया और अपने संबोधन में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रमुख बिंदुओं को रेखांकित किया। जिसमे मुख्य वक्ता प्रो. हरी सरन ने कहा कि वर्तमान समय में सभी चीजे बदल रही है। वर्तमान में सभी राष्ट्र यह सोचते हैं कि कैसे देश को आगे बढ़ाया जाए।
वक्ता प्रो. हरी शरन ने 21वीं शताब्दी में राष्ट्रीय सुरक्षा के विस्तृत आयामों का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में नागरिकों की सुरक्षा एवं उनका कल्याण किसी राष्ट्र के राष्ट्रीय सुरक्षा का सर्वोपरि उद्देश्य है। राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में आर्थिक पहलू सर्वाधिक प्रभावशाली कारक है। कोई भी राष्ट्र आर्थिक पक्ष को अनदेखा करके न तो सैन्य सामर्थ्य हासिल कर सकता है न ही अपने राष्ट्रीय राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा कर सकता है। वर्तमान समय में किसी राष्ट्र के विकास एवं उसके राष्ट्रीय सुरक्षा के स्तर का अनुमान ओलंपिक खेलो की पदक तालिका में उसकी स्थिति से लगाया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है, परन्तु युद्धों ने एक नया मार्ग अवश्य दिखाया है। आज कोई एक पक्ष युद्ध शुरू तो कर सकता है परन्तु युद्ध को समाप्त करना किसी एक पक्ष के बस में नहीं है। आज के कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा ने किया और उन्होंने कहा कि प्रो. हरी शरन जी ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा के आयामों को बिल्कुल नए तरीके से परिभाषित करते हुए सुरक्षा के सभी पहलुओं को रेखांकित किया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रवीन कुमार सिंह ने किया एवं इस अवसर पर प्रो सतीश चंद्र पांडेय, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ आरती यादव, डॉ विजय कुमार, शोध छात्र छात्राएं एवं परास्नातक तथा स्नातक के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।