खैरलांजी मुख्यालय में भारत बंद का भारी असर,
बालाघाट मध्य प्रदेश (खैरलांजी)
अनुसूति जाति,जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर का मुद्दा तूल पकड़ता दिख रहा है ,एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर और उपवर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आहूत भारत बंद का खैरलांजी वारासिवनी बालाघाट अन्य शहरों में व्यापक असर पड़ा है।आज किसी भी व्यापारी ने अपने प्रतिष्ठानों को नहीं खोला,खैरलांजी में भारत बंद के दौरान विभिन्न कार्यकर्ताओं संगठनों ने रानी अवंती बाई चौक एवं अंबेडकर चौक से आक्रोस रैली निकालकरऔर सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की, जो ग्राम के मुख्य मार्ग से होती हुई तहसील कार्यालय पहुंची सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर और सब कैटेगरी सिस्टम लागू करने के फैसले के विरोध में मुख्य मांगों को लेकर तहसीलदार महोदय को राष्ट्रपति के नाम कार्यकर्ताओं द्वारा सौपा ज्ञापन,एससी एसटी के आरक्षण को मूलभूत रूप से नवी अनुसूची में शामिल किया जाए ,लोकसभा और राज्यसभा का विशेष सत्र बुलाकर अध्यादेश द्वारा उक्त निर्णय को तत्काल निरस्त किया जाए, न्यायिक व्यवस्था में समाज के सभी वर्ग एससी एसटी ओबीसी अल्पसंख्यक को सम्मान प्रतिनिधित्व दिया जाए कॉलेजियम के स्थान पर संवैधानिक न्यायिक आयोग द्वारा न्यायाधीशों को चयन किया जाए, प्रशासनिक प्रतिनिधित्व आरक्षण के तहत बैकलाग पदों पर तुरंत भर्ती कर हमें न्याय प्रदान किया जाए,सामाजिक न्याय की पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए एवं निजीकरण समाप्त किया जाए,विभिन्न चयन परीक्षाओं के लिए चयन मंडलों में एससी एसटी ओबीसी अल्पसंख्यक समूदायो को नियमानुसार शामिल किया जाए एवं जातिगत जनगणना कराई जाए ,चयन परीक्षाओं में पेपरलिक,लिक बेचने व भ्रष्टाचार को समाप्त करने एवं बेरोजगारी से निपटने के लिए पारदर्शी तंत्र विकसित कर यूपीएससी सहित अन्य सभी पर भर्तीयो में लैटरल एंट्री को समाप्त किया जाए यही मांगों को लेकर तहसीलदार महोदय को राष्ट्रपति के नाम सोफा ज्ञापन,इसमें सर्वसमाज तमाम दलित संगठन राजनीतिक संगठन का भी समर्थन सराहनीय रहा,