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मंगलवार को नहीं हो सकी शेखर अस्पताल के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही


लखनऊ । 21.08.2024 शेखर अस्पताल के अवैध हिस्से के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई मंगलवार को नहीं हो सकी। आवास विकास की टीम को वापस लौटना पड़ गया। पुलिस फोर्स न मिलने की वजह से ध्वस्तीकरण अभियान नहीं चल सका। हालांकि टीम ने ड्रिल मशीन से एक हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया। अस्पताल की कैंटीन तोड़ी गई है साथ ही अवैध हिस्से की नाप–जोख कर ध्वस्तीकरण की तैयारी कर ली है। अवैध रूप से बना मेडिकल स्टोर भी खाली करा दियागया है।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि अस्पताल प्रशासन को ध्वस्तीकरण कार्रवाई के दौरान मरीजों को शिफ्ट करने का नोटिस दिया गया था। सीएमओ कार्यालय को भी इस संबंध में पत्र भेजा था‚ लेकिन अस्पताल प्रशासन ने न सामान हटाया और न मरीज शिफ्ट किए। जिसके चलते तीन तल ध्वस्त करने की कार्रवाई नहीं हो सकी। बुधवार को अवैध निर्माण फिर तोड़ा जाएगा। अधिशासी अभियंता गौतम कुमार ने बताया कि टीम सुबह 10 बजे पुलिस बल लेने के लिए गाजीपुर थाना पहुंच गई थी। प्रभारी थाना इंचार्ज ने बताया गया कि 22 से 25 अगस्त तक पुलिस भर्ती परीक्षा के कारण पुलिस बल उपलब्ध नहीं कराया जा सकता है। इसके बाद फोर्स उपलब्ध कराने के लिए परिषद की ओर से पुलिस कमिश्नर को भी पत्र दिया गया था। गाजीपुर थाने से जब पुलिस नहीं मिली तो इंजीनियर और टीम वापस लौट गई। शेखर अस्पताल इंदिरा नगर इलाका का सबसे बड़ा प्राइवेट अस्पताल है। पिछले दिनों यह काफी विवादों में भी रहा था। बड़ी बात यह है कि अस्पताल को तोड़ने के लिए पहली बार 12 साल पहले नोटिस दी गई थी। इस समय तक आवास विकास कोई कार्रवाई नहीं कर सका। पूरा अस्पताल अवैध तरीके से बनी 3 मंजिल में चल रहा है। अब एक बार फिर से विभाग सक्रिय हुआ तो पुलिस ही नहीं मिली।इंजीनियरों ने इस दौरान नपाई का काम भी किया है। साथ ही ड्रिल मशीन से कुछ हिस्से को ध्वस्त भी किया है। अस्पताल ने आवास विकास से 3 मंजिल का नक्शा पास कराया था। उसके बाद 6 मंजिला का निर्माण कराया गया है।

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