क्राइम सीन पर गड़बड़ी, सुसाइड की थ्योरी, पीड़िता की डायरी... इन एंगल पर कोलकाता कांड की जांच कर रही है CBI Team
Kolkata : सीबीआई कोलकाता रेप कांड की जांच चार एंगल से कर रही है. इसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार छात्रों से पूछताछ भी शामिल है. इसके अलावा पीड़िता के परिजनों से भी सीबीआई पूछताछ कर रही है.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और मर्डर की वारदात को लेकर आम लोगों में उबाल है. देश भर के अस्पतालों में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी इस जघन्य घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के साथ अस्पतालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार सख्त कानून बनाकर जल्द से जल्द लागू करे. कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई इस केस की जांच कर रही है. केंद्रीय जांच एजेंसी इस वारदात को चार एंगल से खंगाल रही है |
सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से आज चौथे दौर की पूछताछ की. संदीप घोष से लगातार हो रही पूछताछ से साफ है कि सीबीआई उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं है. पूर्व प्रिंसिपल के जवाबों में विरोधाभास है. दरअसल, अस्पताल से पीड़िता के परिवार को कॉल करके सबसे पहले सुसाइड की थ्योरी गढ़ी गई थी., क्राइम सीन को पूरी तरह सुरक्षित नहीं किया गया था. इसे लेकर भी सीबीआई संदीप घोष से पूछताछ कर रही है.
आरजी कर हॉस्पिटल के 4 मेडिकल स्टूडेंट्स से भी सीबीआई पूछताछ कर रही है. इन स्टूडेंट्स से पहले भी सीबीआई की टीम पूछताछ कर चुकी है. ये वही स्टूडेंट्स हैं जिन्होंने उस रात वारदात से पहले पीड़िता के साथ डिनर किया था. सीबीआई इन छात्रों के जरिए वारदात की रात का सच जानने की कोशिश कर रही है. आजतक के हांथ लगे पीएम रिपोर्ट से पता चलता है की पीड़िता की बॉडी पर 14 से ज्यादा जख्मों के निशान मिले हैं, पीड़िता के साथ बुरी तरह मारपीट हुई, जाहिर है वह चीखी-चिल्लाई होगी. क्या किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी? अस्पताल में उस रात किसकी क्या मूवमेंट थी, सीबीआई की टीम इन 4 मेडिकल स्टूडेंट्स से ये पता लगाने में जुटी है.
सीबीआई की एक टीम जिसमें महिला अधिकारी भी शामिल है, पीड़िता के परिवार से पूछताछ करने में जुटी है. पीड़िता के कौन-कौन से करीबी दोस्त थे, अस्पताल के बारे में पीड़िता क्या-क्या बातें बताती थी, किन-किन लोगों से उसकी रोजाना बातचीत होती थी. ये सब बातें सीबीआई उसके परिजनों से जानने की कोशिश कर रही है. क्या पीड़िता कोई डायरी भी लिखती थी, ये भी पता लगाने की कोशिश केंद्रीय जांच एजेंसी कर रही है.
सीबीआई की टीम ने दिल्ली से कोलकोता पहुंचे सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) के अधिकारियों के जरिए आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट करवाया है. इस टेस्ट के जरिए आरोपी के दिमाग, उसके व्यवहार को समझने की कोशिश सीबीआई ने की है. आरोपी से सीबीआई की टीम आज भी पूछताछ करने में जुटी है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि...
कोलकाता रेप कांड में आजतक के हाथ पीड़िता की डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट लगी है. इसके मुताबिक मृतक के शरीर पर 14 से ज्यादा चोट के निशान थे. कोई फ्रैक्चर नहीं मिला है. सिर, दोनों गाल, होंठ (ऊपरी और भीतरी), नाक, दायां जबड़ा, ठुड्डी, गर्दन (एपिग्लॉटिस के पास और ऊपर), बाएं हाथ, कंधे, घुटने, टखने और प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान मिले हैं. बाहरी और आंतरिक जननांग का वजन 151 ग्राम था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि शरीर के कई हिस्सों में खून के थक्के जमने के साथ फेफड़ों में रक्तस्राव देखा गया
विसरा, ब्लड और अन्य एकत्र किए गए नमूनों को विश्लेषण के लिए लैब भेजा गया है. पीएम रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता के शरीर और प्राइवेट पार्ट में लगी सभी चोटें उसकी मौत से पहले की हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल ऑफिसर ने बताया है कि दोनों हाथों से गला घोंटने के कारण पीड़िता की मृत्यु हुई थी. उसके प्राइवेट पार्ट में फोर्सफुल पेनिट्रेशन के चिकित्सीय साक्ष्य मिले हैं. पीएम रिपोर्ट में लेडी डॉक्टर के यौन उत्पीड़न की संभावना का जिक्र किया गया है.
आशा करता हूँ कि आपको यह आर्टिकल अच्छी लगी होगी.... 🫸🫷