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बहन राखी बांधने के लिए ससुराल से रवाना हुई, रास्ते में सूचना मिली कि भाई की करंट लगने से मौत हो गई

घड़साना। घर में रक्षाबंधन के त्यौहार का उत्साह था। बहन अपने भाई को राखी बांधने के लिए रवाना हो गई थी। परंतु जब वह पौहर पहुंचने वाली थी तो रास्ते में उसे अपने इकलौते भाई की मौत की सूचना मिली। यह सुनकर उसके होश उड़ गए। विद्युत निगम की लापरवाही से बहन का राखी बांधने का अरमान हमेशा के लिए अधूरा ही रह गया। यह मामला नई पड़साना मंडी के गांव तीन एसटीआर का है। परिजनों ने बताया कि रामकुमार (30) पुत्र जरनैल बावरी निवासी गांव तीन एसटीआर सोमवार सुबह करीब 9 बजे अपने खेत में काम करने के बाद लोहे की सीधी लेकर घर की ओर आरहा था।

इस दौरान लोहे की सीढ़ी घर के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्टेज के बिजली तार से टकरा गई और रामकुमार करंट की चपेट में आ गया। मृतक के चचेरे भाई सरजीत सिंह ने बताया कि करंट लगते ही आग की लपटें उठने पर घर के अन्य सदस्य बाहर आए तो देखा कि रामकुमार अचेत होकर नीचे गिरा हुआ था। उसे तुरंत निजी वाहन से घड़साना के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पड़साना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया।

इसके बाद परिजनों ने विद्युत निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए राजकीय चिकित्सालय में ही धरना लगा दिया जो रात तक जारी था। इससे पहले परिजनों ने विद्युत निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया है। उनकी मांग है कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, घर की चार दीवारी में लगे हुए ट्रांसफार्मर को हटाकर 11 हजार वोल्टेज के तार को कहीं और शिफ्ट करने, मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को सरस बूथ खुलवाया जाए।

कैंसर से पीड़ित है मृतक का पिताः सरजीत ने बताया कि रामकुमार के पिता जरनैल सिंह (60) वर्ष 2022 से कैंसर से पीड़ित हैं और अब डॉक्टर ने भी कह दिया है कि वह लास्ट स्टेज में है। जरनैल सिंह खुद मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। वहीं उसे अब अपने इकलौते बेटे की मौत की खबर सुननी पड़ी। मृतक राम्कुमार की पत्नी कश्मीर कौर ग्रहणी है और वहीं उसका बड़ा बेटा रोहन (16) श्रीगंगानगर में दसवीं कक्षा में पढ़ रहा है और छोटा बेटा काकू (14) घडसाना में कक्षा 9 में अध्यनरत है। रामकुमार की अचानक मौत से मृतक की मां छिन्दरपाल कौर और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों का आरोप है कि विद्युत निगम के अधिकारियों को 8 जून 2024 को ट्रांसफार्मर और विद्युत तार को घर से बाहर शिफ्ट करने के लिए लिखित सूचना दे दी थी, परंतु निगम के अधिकारियों ने इस पर गौर नहीं किया। निगम की लापरवाही के कारण आज यह हादसा हो गया, जिसमें रामकुमार की जान चली गई है। परिजनों ने कहा कि जब तक उनकी 5 सूत्री मांगें नहीं मानी जाती, तब तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे।

मृतक रामकुमार अपनी बहन काया इकलौता भाई मृतक रामकुमार बहन संदीप कौर (28) का इकलौता भाई था। संदीप कौर का विवाह पदम्पुर में हुआ था और वह सरकारी अध्यापिका है। संदीप कौर सोमवार को अपने पति के साथ रक्षाबंधन पर्व पर भाई को राखी बांधने के लिए ससुराल से रवाना हो चुकी थी। संदीप कौर अभी 20 किलोमीटर दूर गजसिंहपुर ही पहुंची थी कि अचानक उसे अपने चचेरे भाई का फोन आया और सूचना मिली कि रामकुमार की करंट लगने से मौत हो गई है। यह सुनकर उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

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