सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,* *देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है ।*
*सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,**देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है ।**यों खड़ा मौकतल में कातिल कह रहा है बार-बार**क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है ।**ऐ शहीदे-मुल्को-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार**अब तेरी हिम्मत का चर्चा ग़ैर की महफिल में है ।**वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमां,**हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है ।* #ujjainyouthcongress