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बाइक से 60 किलोमीटर ओमकारेश्वर पहुंचकर सावन माह में प्रतिदिन करते हैं ओंकार पर्वत की परिक्रमा

ग्राम धरगाव से मोटर साइकिल से 60 किलोमीटर ओमकारेशवर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए युवाओ की टोली निकलती है भगवान शिव की भक्ति का पवित्र सावन माह में । बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिवालयों में पहुंचकर भगवान का पूजन व दर्शन कर रहे हैं साथ ही बड़ी संख्या में कावड़ यात्री ओमकारेश्वर और उज्जैन पहुंचकर भगवान शिव को जल अर्पित कर रहे हैं वही ग्राम के मां नर्मदा परिक्रमा मित्र मंडल की टीम पिछले 9 सालों से सावन माह में रोज ओकरेशवर पहुंचकर मां नर्मदा में स्नान दर्शन व पूजन ओकार पर्वत की
परिक्रमा कर रहे हैं यात्रा का 9 वर्षों से मंडल के सदस्य प्रतिदिन सुबह 3 बजे उठकर ग्राम धरगाव से 60 किलोमीटर दूर ओंकारेश्वर बाइक से पहुंचकर नर्मदा स्नान कर ओमकारेश्वर वह ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजन कर 3:30 कोस की ओंकार पर्वत की परिक्रमा करते हैं भक्तों ने बतायासभी मां रेवा कावेरी के संगम में स्नान कर ऋण मुक्तेश्वर महादेव दर्शन पूजन कर चने की दाल चढ़ा कर मामा भांजे की कोठी, लेटे हनुमान सिद्धनाथ महादेव दर्शन पूजन कर झूला पुल ममलेश्वर महादेव यात्रा पूरी करते हैं सुबह 7:00 बजे तक उनकी यह यात्रा पूरी हो जाती है पिछले 9 वर्षों से यह लगातार जारी है यात्रा के संयोजक कुंवर जितेंद्र सिंह राजपूत ने बताया उनका पर्वत की परिक्रमा क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए लगाई जाती है, पवित्र नगरी ओमकारेश्वर में ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग है साथ ही ओकार पर्वत एक औषधि पर्वत है साधु महात्माओं के अनुसार औषधि पर्वत की परिक्रमा लगाने से शरीर के सारे कष्ट और दर्द दूर हो जाते हैं इसलिए इस पर्वत औषधि पर्वत भी कहा जाता है यह पर्वत मां नर्मदा जी की गोद में है परिक्रमा पद पर मार्ग पर संपूर्ण रामायण गीत के श्लोक दर्शाए गए हैं जो श्लोक मंत्र का काम करते हैं शलोक पढ़ने से ऊर्जा प्राप्त होती है ।

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