UP News: सर्वे पूरा... इस शहर में लगेंगे 2.50 लाख प्री-पेड स्मार्ट मीटर, रिचार्ज पर मिलेगी बिजली
सार
बरेली में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने काम दिवाली से पहले शुरू हो जाएगा। इसके बाद उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना होगा। मीटर से भी किसी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं होगी।
विस्तार
बरेली में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे पूरा हो गया है। दिवाली से पहले ये मीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। इसकी जिम्मेदारी इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को दी गई है। पहले चरण में शहर के चार खंडों में 2.50 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। दूसरे चरण में देहात क्षेत्र में मीटर बदलने का काम होगा। जिले में 4.50 लाख से ज्यादा मीटर लगने हैं। मीटर लगाने वाली कंपनी ही पांच साल तक रखरखाव करेगी।
विद्युत निगम ने पहले शहर में शत प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना पर काम शुरू किया था। बाद में तय किया गया कि पूरे जिले में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। दो महीने पहले कार्यदायी संस्था ने इसके लिए सर्वे भी शुरू करा दिया। शहर के चार खंडों में सर्वे का काम पूरा हो चुका है और अब देहात क्षेत्र में सर्वे किया जा रहा है।
पहले चरण में शहर के चार खंडों में ज्यादा लाइन लॉस वाले फीडरों के उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। लाइन लॉस वाले उपकेंद्र और फीडर चिह्नित कर लिए गए हैं। सिंगल फेस एक मीटर पर खर्च 800-900 रुपये आएगा। इसके लिए उपभोक्ताओं को कोई भुगतान नहीं करना होगा। सितंबर के पहले सप्ताह से मीटरों की आपूर्ति मिलने लगेगी। मीटर बदलने से पहले उपभोक्ता को पुराना बिल जमा करना होगा।
शहर में पहले से 57 हजार उपभोक्ताओं के यहां पोस्ट पेड स्मार्ट मीटर लगे हैं। इन मीटरों को हटाया जाएगा या नहीं इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि पहले उन उपभोक्ताओं के यहां प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे जिनके यहां सामान्य कंप्यूटराइज्ड मीटर लगे हुए हैं। पोस्टपेड मीटरों के संबंध में निर्णय बाद में लिया जाएगा।
अब किया जा रहा फीडरों का ऑडिट
शहर में सर्वे के बाद अब फीडरों का ऑडिट किया जा रहा है। पहले उन फीडरों को चुना गया है जहां ज्यादा बिजली चोरी होती है। ऑडिट के जरिये पता लगाया जाएगा कि किस फीडर पर कितनी बिजली आपूर्ति की जा रही है और उसके अनुपात में कितनी बिलिंग हो रही है। शहर के चारों वितरण खंडों के 26 उपकेंद्रों के 52 फीडरों पर ऑडिट का काम चल रहा है। पहले इन्हीं फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
जितने रुपये का रिचार्ज उतनी खर्च कर सकेंगे बिजली
प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना होगा। मीटर से भी किसी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं होगी। उपभोक्ता जितना रिचार्ज कराएंगे उतनी कीमत की ही बिजली खर्च कर सकेंगे। रिचार्ज खत्म होने से पहले उपभोक्ता को मोबाइल पर मेसेज भी मिलेगा। इससे बिजली चोरी रुकेगी। इसके साथ ही विद्युत निगम का वसूली का झंझट भी खत्म होगा।
मुख्य अभियंता रणविजय सिंह ने बताया कि जिले के शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। शहर में सर्वे लगभग पूरा हो गया है। ज्यादा लाइन लॉस वाले फीडरों का ऑडिट किया जा रहा है। मीटर लगाने का काम इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है। दिवाली से पहले शहर में मीटर बदलने का काम शुरू हो जाएगा।