कामयाबी मेरी, लक्ष्य तक पहुंचाने की ज़िद मां की।
दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल प्रांत के युवा शायर एवं कवि श्री सुमित मिश्रा किसी परिचय के मोहताज़ नहीं।
आज ये युवक अपने कलम के बलबूते पर एमेजॉन, गूगल बुक्स, तथा अन्य मंचों पर छाया हुआ है।
सुमित का कहना है उनके हर एक लेखन के पीछे उनकी माता श्री का बहुत बड़ा योगदान है।
वो आगे कहते है मुझे अपने कविता के माध्यम से सारे युवाओं को जागरूक करना है तथा उनकी रुचि साहित्य के प्रति बढ़ानी है।