logo

बजट में मिली पेयजल व सिंचाई योजनाओं की सौगातों से अलवर को मिलेगा भरपूर जल।

आमजन मुख्यमंत्री के भागीदारी कार्यों का जता रहे है आभार।

संवाददाता रितीक शर्मा (अलवर)

अलवर।राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल अलवर जिला औद्योगिक एवं कृषि के क्षेत्र में प्रदेश में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है तथा केंद्र व राज्य की राजधानियों के बीच में स्थित होने के कारण इसका महत्व और भी बढ जाता है। यहां विगत वर्षों से कम बरसात व लगातार भू-जल दोहन से सम्पूर्ण अलवर जिला डार्क जोन में चला गया है जिसमें पेयजल व सिंचाई के पानी का संकट उत्तरोतर बढ रहा है। यहां सतही जल से पेयजल आपूर्ति की कोई योजना नहीं होने के कारण पूरा जिला भू-जल पर ही निर्भर है।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी योजना को अमलीजामा पहनाने की दिशा में भागीरथी कदम बढ़ाये है जिसके के तहत मध्यप्रदेश सरकार के साथ एमओयू करके पूर्वी राजस्थान के 21 जिले के लिए जलसंकट को दूर कर खुशहाली लाने का काम किया है। इस पेयजल परियोजना से पूर्वी राजस्थान के 21 जिले लाभांवित होंगे इसमें अलवर जिले को भी इस योजना को भी भरपूर पानी मिल सकेगा।

अलवर जिले की पेयजल समस्या को दूर करने की विगत वर्षों की मांग को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा पेश किए गए बजट 2024-25 में अलवर जिले के पेयजल संकट को दूर करने एवं भूजल स्तर को बढाने के लिए बहुत सारी सौगातें दी गई है जिससे जिले की पेयजल समस्या का समाधान होने के साथ ही सिंचाई के लिए किसानों को पानी मिलने से जिले में खुशहाली आएगी। राज्य सरकार के इस ऐतिहासिक कदम से जिलेवासियों में खुशी की लहर है तथा जिलेवासियों ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के इस कदम को अलवर जिले के लिए भागीरथी कदम बताया है।

बजट में 5 हजार 374 करोड रूपये की राशि से पीकेईआरसीपी योजना के तहत अलवर सहित अन्य जिलों को पानी मिलेगा जिससे क्षेत्र की पेयजल समस्या दूर होगी। इसी प्रकार अलवर शहर की पेयजल समस्या के तत्कालीन समाधान के लिए 23 करोड 26 लाख रूपये की लागत से सिलीसेढ क्षेत्र के ट्यूबवेल व पाइप लाइन के माध्यम से अलवर शहर को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। जयसमंद बांध में जलापूर्ति हेतु 40 करोड रूपये की लागत से नटनी के वियर से जयसमंद बांध तक निर्मित नहर का उन्नयन कार्य कराया जाएगा जिससे बांध का भराव होगा जिससे भूजल रिचार्ज हो सकेगा इसी प्रकार करौली की भद्रावती नदी की तर्ज पर रूपारेल-अलवर नदी का कायाकल्प होने से पानी की आवक बढेगी जिससे भूजल स्तर में बढोतरी होगी। पीकेईआरसीपी परियोजना के अंतर्गत डूंगरी बांध से अलवर रिजर्ववायर तक विभिन्न कार्य कराए जाएंगे।

अलवर जिले के ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल समस्या को तात्कालीन रूप से दूर करने के उद्देश्य से जिले की प्रत्येक विधानसभा में 20 हैण्डपम्प व 10 ट्यूबवेल लगने से जिले के सुदूर क्षेत्रों तक के लोगों को पेजयल उपलब्ध हो सकेगा। भाखेडा एनीकट का मरम्मत एवं जीर्णोद्धार कार्य एवं शहरों में ड्रेनेज़ एवं जल संरक्षण संबंधी निर्माण कार्य पूर्ण होने पर जल का भलीभांति उपयोग हो सकेगा।जिले की बावडियों के पुनरूद्धार कार्य से जल का संरक्षण एवं जल स्तर में बढोतरी होगी।

84
3578 views