जनपद अध्यक्ष का आरोप अपराधियों को बचाने के लिए बेगुनाहो के खिलाफ किया गया पुलिस द्वारा झूठा मामला दर्ज
रेत माफिया के हाथों की कठपुतली बन गया है जिला प्रशासन
बालाघाट मध्य प्रदेश (खैरलांजी)_ जनपद पंचायत खैरलांजी की अध्यक्ष श्रीमती आशु गुनाराम बघेले और जनपद पंचायत सदस्य द्वारा गुरुवार 24/7/2024 को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पुलिस प्रशासन पर रेत माफिया के इसारे पर कार्य करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एसपी,एसडीओपी और थाना प्रभारी पर अपराधियों को संरक्षण देने और सूचना कर्ताओं पर ही कार्यवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि जनपद पंचायत अध्यक्ष और जनपद पंचायत सदस्य के पद पर काबिज जनप्रतिनिधि के साथ जब पुलिस प्रशासन का तानाशाह पूर्वक और भेदभाव पूर्ण व्यवहार रहेगा तो एक आम आदमी के साथ यह पुलिस वाले किस रूप में पेश आते होंगे सोचा जा सकता है। जब आम जनता के रक्षक ही भक्षक बन जाए तो किसी से और क्या उम्मीद की जा सकती है। चिचोली रेत घाट पर अवैध की सूचना उनको जनपद पंचायत सदस्य पूजा योगेश नगपुरे और ग्रामीणों द्वारा दी गई थी। जिसके बाद रात में 10.30 बजे वह रेत घाट पहुंची थी। रेत घाट में जाने और अवैध खनन की की सूचना दिन में ही उनके द्वारा थाना प्रभारी अंकित उपाध्याय खैरलांजी, जिला परिवहन अधिकारी अनिमेष गड़पाल और जिला खनिज अधिकारी श्री खातरकर को दी गई थी। जिससे की रात्रि में फोन करने पर वह घटना स्थल पर पहुंच सके। लेकिन उस रात को कोई भी अधिकारी उनके बार बार फोन लगाने पर भी घटना स्थल पर नही पहुंचे। जबकि खनन पर प्रतिबंध के बाद भी यह लोग रेत का खनन कर रहे थे। इस दौरान नदी में एक पोकलेन मशीन और चार डंफर मौजूद थे।
सुरक्षा नही की गई प्रदान
दिनांक 11/7/24 की रात्रि में चिचोली रेत घाट में उनके साथ और उनके साथियों के साथ जो घटना घटित हुई थी इसकी लिखित जानकारी उनके द्वारा उसी रात में थाना प्रभारी खैरलांजी को दे दी गई थी। उसके बाद दूसरे दिन 12/7/24 को इस मामले की शिकायत कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा,एसपी कार्यालय,आईजी संजय सिंह सहित प्रशासन के समस्त अधिकारियों को की गई थी। इसके बाद शिकायत से तिलमिलाए नरेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मेरे और मेरे पति के उपर रूपये छीनने तथा रुपये मांगने का आरोप लगाया गया। इस दौरान उपरोक्त तीनों जो कि आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं के द्वारा उनको तथा उनके पति को जान से मारने की धमकी देते रहे। जिसके बाद उनके द्वारा 15/7/24 को जिला कलेक्टर को पुनः मामले की याद दिलाते हुए उनकी जान को खतरा बताते हुए तत्काल लिखित में सुरक्षा की मांग की गई थी लेकिन आज तक कोई सुरक्षा उपलब्ध नही करवाई गई।
घटना के दिन ही मेडिकल क्यों नही किया गया
इस सबके के बाद भी 17/7/24 तक पुलिस द्वारा नरेंद्र सिंह राजपूत,रवि उर्फ गोलू मेश्राम और शिवमंगल सोनी के खिलाफ कोई अपराध पंजीबद्ध नही किया गया था। उनके बयान दर्ज भी किए गए तो अपराधी को पक्ष में किए गए जिससे एफकी नरेंद्र सिंह राजपूत को बचाया जा सके। इस दौरान थाना प्रभारी और एसडीओपी का रवैया उनके लिए बिल्कुल भी सहयोगात्मक नही था। वह डराने धमकाने और झूठे केस में फंसाने के अलावा कोई बात नही कर रहे थे। महिला होने के बाद भी पुलिस द्वारा बयान लेने के लिए शाम छः बजे के बाद बुलाया गया जो कि कानूनन न्याय संगत नही था। एसडीओपी द्वारा यह भी कहा गया कि परिवहन अधिकारी और खनिज अधिकारी का नाम भी लिखा है ऐसे में हम किस पर एफआईआर दर्ज करें यह समझ नहीं आ रहा है। तब मैंने कहा कि जो घटना घटित हुईं है उसका उल्लेख किया जाए और तीनों नरेंद्र सिंह राजपूत, रवि मेश्राम और शिव मंगल सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। बयान के बाद एसडीओपी द्वारा मुझे कहा गया कि उनका मेडिकल करना पड़ेगा तब मैने कहा कि आप छ दिन से क्या कर रहे थे घटना के दिन ही मेडिकल क्यों नही किया गया।
मेरे पति और जनपद सदस्य के पति के खिलाफ किया गया है लूट का मामला दर्ज
आगे आपने बताया कि जहां उस दिन उनकी शिकायत पर उक्त तीनों के खिलाफ़ हल्की धाराओं पर मामला दर्ज किया है। जिस प्रकार से वह चाहते है वह नही हो पाया था। लेकिन रेत माफिया के दवाब में पुलिस द्वारा उनके पति गुनाराम बघेले और जनपद पंचायत सदस्य योगेश उर्फ बंटी नागपुरे के खिलाफ 23/7724 को लूट ,अवैध कार्य सहित एट्रोसिटी का मामला दर्ज कर दिया गया है। मतलब जो चोर है उनको बचाया जा रहा है वहीं सुचना देने वालों और अवैध खनन को रोकने में प्रशासन की मदद करने वालों को झूठे केस में फंसाया जा रहा है।
मेरी सूचना पर जनपद पंचायत अध्यक्ष आई थी
इस संबंध में मोवाड़, चिचोली की जनपद सदस्य पूजा बंटी नगपुरे ने बताया कि उनकी सूचना पर जनपद पंचायत अध्यक्ष चिचोली रेत घाट पहुंची थी। साथ में गांव के अन्य लोग भी थे। उस दिन सभी अधिकारियों को फोन किए गए थे लेकिन कोई भी घटना स्थल पर नही पहुंचे। उस दिन उन लोगों के साथ कुछ भी घटना घटित हो सकती थी।