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यूटी प्रशासन में चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद को सेवा विस्तार देने की चर्चा

चंडीगढ । यूटी प्रशासन में चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद को सेवा विस्तार देने की चर्चा के बाद से शहर में भूचाल खड़ा हो गया है। फेडरेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चंडीगढ़ के महासचिव गोपाल दत्त जोशी की चेतावनी के बाद से जनता, प्रशासन और इंजीनियरिंग विंग में माहौल इतना गर्मा गया है कि यदि चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद को सेवा विस्तार यानि एक्टेंशन दिया गया तो शहर में धरना, प्रदर्शन और न्यायालय में चुनौती देने का दौर शुरू हो जाएगा।

वहीं आज आम आदमी पार्टी के संयोजक प्रेम गर्ग ने यूटी प्रशासन को चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद की सेवा अवधि तीन महीने से बढ़ाने के लिए मजबूर करने के लिए सांसद किरण खेर की आलोचना की। साथ ही उन्होंने कहा कि किरण खेर जनता को ही नहीं बल्कि प्रशासन के आला अधिकारियों को भी मूर्ख बना रही है। क्योंकि ट्रिब्यून फ्लाई ओवर का मामला पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में ट्रिब्यून फ्लाई ओवर का हवाला देकर लोगों को गुमराह करना बन्द करें सांसद किरण खेर। गर्ग ने दावा किया शहर की जनता अब जान चुकी है कि एक्सटेंशन की आइ में क्या क्या चल रहा है, जो शहर में तीन दिनों से लगातार चर्चा में है।

आप कन्वीनर गर्ग ने प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा को लिखे पत्र में बताया कि उनकी पार्टी ने हमेशा सिस्टम के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ का विरोध किया है। उन्होंने कहा राजनीतिक या अन्य कारणों से योग्य अधिकारियों की पदोन्नति रोक कर किसी भी अधिकारी को कोई अनुचित लाभ पहुंचाने की कोशिश की तो शहर का एक एक व्यक्ति आंदोलन में कूदने के लिए तैयार बैठा है। गर्ग के अनुसार मुकेश आनंद चीफ इंजीनियर की सेवा अवधि बढ़ाने का कोई तर्क, औचित्य या उद्देश्य नहीं है। ट्रिब्यून फ्लाई ओवर, जो वैसे भी एक गलत प्रोजेक्ट है। यही कारण है कि इसका हर स्तर पर विरोध हो रहा है।

गर्ग ने सांसद किरण खेर और प्रशासन से पूछा है कि क्या तीन महीने में ही टिब्यून फ्लाइओवर पूरी हो जाएगी, जिसके कारण मुकेश आनंद की सेवा अवधि बढ़ायी जा रही है। गर्ग आगे पूछते हैं कि  किरण खेर का मुकेश आनंद के एक्सटेंशन में कौन निहित स्वार्थ छिपा हैं। सिवाय ठेकेदारों के चयन को अपने पसंदीदा अधिकारी के माध्यम से अंतिम रूप देने के। उन्होंने कहा कि आनंद की सेवावधि बढ़ाना एक अनुचित कदम होगा, जबकि अन्य सक्षम इंजीनियर को सीई के रूप में पदोन्नति को यूपीएससी द्वारा पहले ही मंजूरी दे दी गई है। किसी को भी उनकी योग्य पदोन्नति से वंचित किया जा रहा है।

 वही 7 ने प्रशासन व किरण खेर से पूछा है कि क्या आप सभी यूटी अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवा अवधि बढ़ाने जा रहे हैं, जो 31 दिसंबर तक सेवानिवृत्त होने वाले हैं। यदि नहीं तो केवल मुकेश आनंद के लिए यह विशेष परोपकार क्यों  यह एक भ्रष्ट प्रथा है। ट्रिब्यून फ्लाई ओवर को पूरा होने में कई साल लग सकते हैं, क्या उस प्रोजेक्ट के पूरा होने तक एक्सटेंशन मिलते रहेंगे। गर्ग ने सलाहकार को इस तरह के गलत नेक्सस का हिस्सा बनने से रोकने का आग्रह किया है। चीफ इंजीनियर सीई या किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की सेवा अवधि बढ़ाने का विरोध किया है। इस तरह की बात से प्रशासन के प्रति जनता में गलत संदेश जाएगा।

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