बुन्देलखण्ड राज्य के लिए बुंदेलों ने लिखे खून से खत
-बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति का संतोषी अखाड़ा में चल रहा दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ
-बुंदेलों ने प्रसिद्ध समाजसेवी तारा पाटकर के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में लिखा प्रधानमंत्री को खून से पत्र
-चित्रकूटधाम में प्रशिक्षण के बाद बुंदेलखण्ड आंदोलन को तेज किया जाएगा-इं प्रवीण पांडेय
फतेहपुर।बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति के तत्वाधान संतोषी अखाड़ा परिसर में अलग बुन्देलखण्ड राज्य की मांग को लेकर दो दिन से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन आज बुंदेलों ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 50 खत लिखे एवं नए वर्ष के तोहफे के रूप में अलग राज्य बनाने की मांग की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध समाजसेवी बीआरएस संरक्षक तारा पाटकर मौजूद रहे जिनके मार्गदर्शन में बुंदेलों ने बुन्देलखण्ड अलग राज्य की आवाज को लेकर किए जा रहे प्रयासों और गतिविधियों की जानकारी दी उन्होंने बताया कि वह विगत 3 वर्षों से अनवरत आल्हा चौक में अनशन किया जा रहा है। तारा पाटकर जी ने अलग राज्य बनने तक नंगे पैर रहने का प्रण लिया है। केंद्रीय अध्यक्ष इं प्रवीण पांडेय ने दो दिवसीय प्रशिक्षण में जनपदों से आये नव नियुक्त पदाधिकारियों को तारा पाटकर के हाथों मनोनयन पत्र दिलाया साथ ही आंदोलन को तेज करने का प्रण किया।
खूंन से खत लिखने वालों में उपाध्यक्ष बबेरू राज यादव, बीआरएस प्रमुख डाल चंद्र, प्रवक्ता देवब्रत त्रिपाठी, फतेहपुर जिलाध्यक्ष विभा अग्निहोत्री, मीडिया प्रभारी, सुनील गुप्ता, सुनील कुमार दीक्षित, उपासना सिंह, आरती विश्वकर्मा, खखरेऊ से समीर मिश्र, अजय कुमार मोदनवाल, रामप्रसाद धान्दू, राजेश यादव, सचिन दीक्षित, सुधांशू सिंह, शिवम सोनी, सौरभ त्रिवेदी आदि बुन्देलखण्ड के युवा, किसान, मजदूर उपस्थित रहे।