मांगरोल एवं रामगढ़ क्षेत्र के किसानों पर चलेगी तलवार किसान हितों के साथ धोखा
मांगरोल विधानसभा क्षेत्र तथा रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ ईसीआरपी योजना के तहत किसानों के हितों के साथ भारी कुठाराघात होने जा रहा है। क्षेत्र के किसान समय रहते हुए अगर नहीं चेते तो उनके साथ भारी धोखा हो सकता है। मांगरोल एवं रामगढ़ क्षेत्र के लगभग 35 गांव किस योजना में डूब क्षेत्र में है लेकिन मांगरोल तथा रामगढ़ के क्षेत्र के किसानों को कुछ भी नहीं मिलने वाला है। इन दोनों नदियों कूल तथा पार्वती नदियों के पानी को रोक कर सवाई माधोपुर दौसा भरतपुर जयपुर भेजा जाएगा वहां के किसानों के लिए यह पानी वरदान साबित होगा। यहां के किसानों को सिंचाई एवं पेयजल व्यवस्था के लिए विशेष लाभप्रद होगा। मांगरोल एवं रामगढ़ किशनगंज क्षेत्र के किसानों से अनुरोध है समय रहते हुए इस योजना का विरोध कर अपने हित में योजना के प्रस्ताव को प्रस्तावित करवाए। क्षेत्र के राजनेता बुद्धिजीवी वर्ग तथा किसान इस संघर्ष के लिए तैयार रहे क्योंकि आगामी समय पर इस योजना पर संघर्ष की योजना बन सकती है। योजना ने अगर पूर्ण मुर्त रूप ले लिया तो क्षेत्र के किसानों के लिए यह योजना आत्मघाती साबित होगी। इस योजना में रामगढ़ क्षेत्र के ब्रजनगर कागला बमोरी पीपलदा तथा मांगरोल क्षेत्र के महालपुर पंचायत ईश्वरपुरा पंचायत शाहगंज भेरूपुरा हार्दिक गांव के पंचायत के गांव प्रभावित व डूब क्षेत्र में होंगे। बारा झालावाड़ क्षेत्र के सांसद महोदय श्रीमान दुष्यंत सिंह तथा अंता मंगरोल के विधायक कंवरलाल मीणा किशनगंज वह शाहाबाद के विधायक ललित मीणा तथा बारा अटरू के विधायक राधेश्याम बेरवा के द्वारा प्रभारी मंत्री को मांग पत्र प्रस्तुत कर विरोध जताया है।राम प्रसाद बैरवा सेवानिवृत प्रधानाचार्य मांगरोल