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वेतन मुद्दे को लेकर कोरोना का घर घर जाकर सर्वे करने वाले कर्मचारियों की हड़ताल
सूरत (गुजरात)। सूरत के छोटे वराछा इलाके में एक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के सर्वेक्षण कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।
वर्तमान में डोर-टू-डोर टीकाकरण सहित विवरण एकत्र किए जा रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर 200 से अधिक संविदा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। नीरव नाम के एक कर्मचारी ने कहा कि नवंबर से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। हमें वेतन की मांग करने पर बर्खास्तगी की धमकी दी जाती है। इसलिए हम हड़ताल पर चले गए।
सर्वेक्षण करनेवाले कर्मचारी ने बताया कि कोरोना के संक्रमण के दौरान एआईआर के मामलों का सर्वेक्षण करने के लिए निगम ने अनुबंध के आधार पर कर्मचारियों को काम पर रखा है। कर्मचारियों ने डोर-टू-डोर रोगियों की जानकारी एकत्र करने के साथ-साथ ही सर्दी-खांसी और नगर पालिका द्वारा निर्धारित सर्वेक्षण का काम किए। हालांकि, वर्तमान में ये कर्मी वेतन के मुद्दे पर हड़ताल पर चले गए हैं।
वेतन, पीएफ मुद्दे को लेकर स्पष्ट बात नहीं किया गया है। हड़ताली कर्मचारियों ने यह कहते हुए नाराजगी जताई कि शहर भर के कर्मचारियों को ठीक से भुगतान नहीं किया जा रहा था, क्योंकि वे अनुबंध पर थे। एजेंसी आधा वेतन खुद के पास रखती है। नवंबर से वेतन नहीं दिया जा रहा है । हमें पीएफ का पैसा काटकर भुगतान किया जाता है, लेकिन पगार स्लिप भी नहीं दी जाती है।