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हरियाणा पुरुष रग्बी टीम के जज्बे ने बनाया राष्ट्रीय चैंपियन
देश के सबसे पुराने लेकिन सबसे अनुभवी खिलाड़ियों से सजी टीम ने अपने अनुभव और खेल को पलटने की क्षमता का परिचय देते हुए देश के रग्बी जगत को दिखा दिया कि जिसके पास हिम्मत है, वही जीतेगा। सेमीफाइनल मैच में जिस तरह से हरियाणा ने उड़ीसा से 14-0 से पिछड़ने के बाद आखिरी 4 मिनट में एक के बाद एक तीन ट्राई करके 15-14 से मैच जीत लिया, उससे हर कोई दंग रह गया और यह कहने को मजबूर हो गया कि हरियाणा वाकई चैंपियन टीम है।
पहले हाफ में उड़ीसा ने दमदारी से खेलते हुए मैच में दो ट्राई और सफल कन्वर्जन किए और हरियाणा की टीम को कड़ी टक्कर दी। फिटनेस और उम्र से जूझ रही हरियाणा की टीम के लिए मैच पर नियंत्रण रखना मुश्किल होता जा रहा था।
इसी बीच टीम के कप्तान और विंगर मोहित खत्री को पीला कार्ड मिला। यह वह समय था जब खचाखच भरे स्टेडियम में हर कोई यह मान रहा था कि देश की सबसे फिट मानी जाने वाली उड़ीसा की टीम ने हरियाणा का विजय रथ रोक दिया है। लेकिन वो चैम्पियन ही कैसा जो हार को जीत में ना बदल पाए.. पहली ट्राई टीम के मजबूत पहाड़ नीरज खत्री ने की, दूसरी ट्राई टीम के सबसे फिट सदस्य विंगर और कप्तान मोहित खत्री ने की और तीसरी ट्राई इंडियन सेवेन्स के कप्तान प्रिंस खत्री ने की और बेहद करीबी मुकाबले में उड़ीसा को 15-14 से हराकर ये सुनिश्चित कर दिया कि हरियाणा की टीम को हराना अभी भी दूर की कौड़ी है।