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देश भर में दबाई बनाने वाली कम्पनियों द्वारा दबाइयों में बढ़ाचढ़ा कर एमआरपी लिखकर खुलेआम लूट करने जैसा कृत्य होता आ रहा है-: सतेन्द्र सेंगर "राष्ट्रीय अध्यक्ष
*देश भर में दबाई बनाने वाली कम्पनियों द्वारा दबाइयों में बढ़ाचढ़ा कर एमआरपी लिखकर खुलेआम लूट करने जैसा कृत्य होता आ रहा है-: सतेन्द्र सेंगर "राष्ट्रीय अध्यक्ष"
मीडिया अधिकार मंच भारत*
जैसा कि केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा देश भर में अनेकों जनहित कारी योजनाओं को संचालित कर गरीबो को लाभान्त करने जैसा दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर युवा समाज सेवी सतेन्द्र सेंगर राष्ट्रीय अध्यक्ष मीडिया अधिकार मंच भारत ने केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रहीं बिभिन्न जनहित कारी योजनाओं की सराहना करते हुये केन्द्र व प्रदेश सरकारों पर निशाना साधते हुये कहा हैकि जब केन्द्र व राज्य सरकारों बड़ा सवाल उठाते हुये कहा हैकि देश भर की दबाई कम्पनियों द्वारा 10 रूपये की कीमत वाली दबाई में एमआरपी 200 रूपये लिखकर लोगों की जेबो पर सरेआम ढाका डालने जैसा कृत्य होता आ रहा है, इसके बाद भी केन्द्र व राज्य सरकार के स्वास्थ बिभाग स्वास्थ मंत्रालय इन दबाई कम्पनियों के दबाओं में बधाचढ़ा कर एमआरपी पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जा रहा है, जिससे प्रत्येक दिन लाखों परिवार के लोग अपनों की जिंदगी बचाने के लिये अपने खून पसीने से कमाई गई सम्पति को उपचार के नाम पर दाव पर लगाते आ रहे है परन्तु यहाँ की कानून व्यवस्था व सरकारें सब कुछ जानते हुये भी अनजान बनकर लोगों के साथ खुली लूट करने की छूट दे रहे है, इतना ही नहीं सतेन्द्र सेंगर कहा है आये दिन शोसल मीडिया न्यूज पेपरों में खबरों के प्रकाशन में देखने को मिलता है कि प्राइवेट अस्पतालों में बड़ी मात्रा में धन उगाही के चलते दो दो तीन तीन तक शवों को आईसीयू, वेंटीलेटर आदि आधुनिक उपकरणों में रखकर इलाज का झांसा देकर तामीर दारों से मोटी कमाई करते है, जोकि जघन्य अपराध है इसके बाद भी जिम्मेदार मौन बनकर तमाशाबीन बने है