logo

*एकल विद्यालय के आचार्यों को भेष वितरण किया गया !!*


राकेश अग्रहरी

एकल अभियान के तहत प्रोत्साहन के रूप में आचार्य बहन को साड़ी एवं सभी आचार्य को कुर्ता पजामा का कपड़ा दिया गया।

फरेंदा /महराजगंज। बतौर मुख्य अतिथि रहे पूर्व विधायक चौधरी शिवेंद्र सिंह जी कें सुपुत्र रवींद्र बहादुर चौधरी ने कहा कि एकल के कार्यों के प्रयास से उत्तर प्रदेश , झारखंड ,बिहार सहित देश के कई राज्यों में अवैध मतांतरण में कमी आई है। उन्होंने कहा की एकल अभियान का काम आज पूरे देश में चल रहा है। हम शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य, स्वावलंबन, ग्राम विकास, संस्कार आदि के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। देश के एक लाख 10 हजार से अधिक गांवों में एकल का काम है। गांवों का विकास हमारी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर एकल के कार्यों की सराहना करते रहते हैं। देश की योजनाओं को गांवों तक पहुंचाने में एकल एक बड़ा तंत्र बन सकता है। इसी कड़ी में एकल अभियान कें प्रभारी परमात्मा अग्रहरि ने कहा की गांवों को मजबूत बनाने के लिए एकल प्रयासरत
उन्होंने कहा कि देश के 90 प्रतिशत लोगों का जीवन यापन गांवों की आर्थिक स्थिति पर निर्भर है। इसलिए हम लोगों ने किसानों, महिलाओं व युवाओं के लिए कार्यक्रम तय किए हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि शहरों में इतनी क्षमता है कि गांव के लोगों का दुख दूर कर सके। इसलिए गांवों को मजबूत बनाने के लिए एकल प्रयासरत है।
देश की प्रगति में एकल का महत्वपूर्ण योगदान
इस अवसर पर उपस्थित रही अंचल अध्यक्ष अंजुला अग्रहरी ने कहा कि देश की प्रगति में एकल का महत्वपूर्ण योगदान है। वही डॉ.ज्योतिष शंकर वर्मा ने कहा कि विद्या का अति उत्तम लक्ष्य चरित्र निर्माण है इस काम में एकल अभियान लगा हुआ है।
एकल अभियान के बच्चे भी टैब से पढ़ रहे हैं
शिवम जायसवाल, अमरीष राव लल्लन ने कहा कि आज जंगल के बीच गांवों में रहने वाले एकल अभियान के बच्चे भी टैब से पढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम लोग काम कर रहे हैं और टेलीमेडिसिन के माध्यम से अमेरिका में बैठे डाक्टरों से भी बात कराया जाता है। ग्राम विकास के क्षेत्र में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। पोषण वाटिका के माध्यम से गांवों में एनीमिया को दूर करने में बड़ी सफलता मिली है।

इस दौरान मौजूद रहे अभय सिंह ,चंद्रभान,चंदा ,पूनम,अनीता सुमन ,सावित्री, निकिता ,मीरा अनामिका एकल की सेंकड़ों आचार्य मौजूद रहे ।

44
9564 views