दहेज
दहेज़/
दहेज है एक ऐसी प्रथा
जिसपर बनी कई कथा
दहेज़ समाज पर है अभीशाप
जिसको कोई नही पाता भाप
दहेज़ करता है लड़की पर अत्याचार
इसने मचाया हर तरफ हाहाकार
दहेज ने ली कई जान
फिर भी हम नही मिटा पा रहे है इसका नमोनिसान
दहेज से करते है लोग सेटलमेंट
और कई लोग लेते है दहेज के इंस्टालमेंट
दहेज़ के कारन कई लड़की हो जाती मजबूर
और कई बार लड़की हो जाती है अपनो से दूर
इस दहेज़ के कारन कई बाबुल हुए बेबस
और ये दहेज़ फिर भी है फेमस
इसलिए
ऐ दुनियावालों मानो मेरा कहना
विदा करो अपनी बहना
पर इससे पहले दहेज़ को कहो अलविदा
और प्यार से करो अपनी बहन बेटी विदा
बस यही है मेरी आप से इल्तेजा
- ईशरत जहाँ नूरमोहम्मद ख़ान