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भोपाल से आए थे मेहमान,रक्तदान करके बचाई जान!

भोपाल से आए थे मेहमान,रक्तदान करके बचाई जान!

मनोहर अग्रवाल खेड़ीसावली गढ़!

रविवार बैतूल में मानवता की मिशाल देखने को मिली अपने चचेरे भाई सुदामा विश्वकर्मा के यहां बतौर मेहमान आए श्री ओंकार विश्वकर्मा को चचेरे भाई के व्हाट्सप पर यह संदेश देखा की दामजीपुरा की श्रीमती गीता बाई को ए पॉजिटिव रक्त की अत्यंत आवश्यकता है तो उन्होंने मेहमानी छोड़ जिला रक्तकोष पहुंच भीषण गर्मी में दोपहर को रक्तदान किया इस अवसर पर रक्तक्रांति टीम के शैलेंद्र बिहारिया ने कहा की मानवता की ऐसी मिशाल सराहनीय है! भीषण गर्मी में आराम छोड़ कूलर की हवा छोड़ श्री ओंकार व श्री सुदामा जिला रक्तकोश एक संदेश पर पहुंचे यह बेहद प्रशंसनीय है! भोपाल से आए मेहमान ने सिखा दिया की मानवता सबसे बड़ा धर्म है, इस अवसर पर रक्तक्रांति टीम के सुदामा विश्वकर्मा ने कहा की बैतूल जिले में युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए और मरीज के परिजनों को भी रक्तदान करना चाहिए! विवाह अवसर पर हजारों रिश्तेदार दिखाई देते है, रक्त की जरूरत पड़ने पर सब गायब हो जाते है।

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