कंकरखेड़ा मेरठ में श्री मद् भागवत कथा, भव्य कलश यात्रा निकली
कलयुग में श्री मद् भागवत पुराण पतित पावनी गंगा के समान : आचार्य राधा चेतन स्वामी
मेरठ। कंकरखेड़ा मेरठ स्थित भगवती कुंज में मंगलवार सात मई से श्री मद् भागवत कथा आयोजित की गई है। मंगलवार को सुबह भगवती कुंज से मंदिर तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र की श्रद्धालु महिलाएं सिर पर सजे हुए कलश रखकर कंकरखेड़ा की परिक्रमा करते हुए वापस भगवती कुंज पहुंची। श्रद्धालु महिला पुरुषों के सबसे पीछे चल रहे रथ में वृन्दावन से पधारे कथा वाचक आचार्य राधा चेतन स्वामी सवार थे।
वापस कथास्थल पर पहुंचकर कथा व्यास वृन्दावन धाम से पधारे आचार्य राधा चेतन महाराज ने कलश यात्रा तथा श्री मद् भागवत कथा के महात्म्य पर प्रकाश डाला।
आचार्य राधा चेतन महाराज ने बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं को श्री मद् भागवत कथा का अमृतपान करवाया। उन्होंने कहा कि, 'कलयुग में श्री मद् भागवत पुराण पतित पावनी गंगा के समान है। गंगा में स्नान कर पुण्य लूटने के लिए गंगा के पास जाना पड़ता है। इसके विपरीत श्री मद् भागवत की कथा रूपी गंगा स्वयं आपके पास चलकर आती है। उसका श्रवण कर उसे जीवन में उतारने से उसके पुण्य का फल मिल जाता है।' आचार्यश्री ने बताया कि, 'भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि कलयुग में मैं श्री मद् भागवत पुराण के रूप में भक्तों के समक्ष मौजूद रहूंगा। जो भक्त श्रद्धा एवं ध्यानपूर्वक श्री मद् भागवत पुराण की कथा सुनेगा तथा उसी के अनुरूप अपने जीवन में आचरण करेगा। वह मेरे अत्यंत नजदीक रहेगा।' मंगलवार को कथा के मुख्य यजमान बलवीर सिंह रहे। आचार्य राधा चेतन स्वामी के साथ वृंदावन से आये मोहित भारद्वाज, अमित भारद्वाज एवं दुर्गा प्रसाद यजमान को पूजा अर्चना करवाई तथा श्री मद् भागवत के मंत्रों का जाप किया। कथा के उपरांत श्री मद् भागवत पुराण की आरती हुई। तदुपरांत बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया