महिला किसान नेता ममता यादव जी ने बयां की अन्नदाता की पीड़ा
भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष बाराबंकी *बहेन ममता यादव जी की किसान भाइयों से अपील करते हुए* कहा कि गरीब,मजदूर किसानों के माध्यम से प्रधानमंत्री जी से मै कहना चाहता हूँ कि किसान अपने पूरे परिवार पत्नी, भाई बहेन, बच्चे सब मिलकर खेती करते हैं पर कृषि सामग्री इतनी महंगी होती जा रही है की बचत तो छोडिए उनका मेहनताना तक नहीं मिलता है किसान इतना मजबूर है की वह अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा नहीं दे सकता है और बेटी की सादी मे सिर से लेकर पैर तक कर्ज में डूबा जाता है और कर्ज न दे पाने की स्थिति मे आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है ,सबको भोजन देने वाला किसान इतनी दयनीय हालत में जिन्दगी में जी रहा है ये देश व समाज दोनों के लिए शर्म का विषय है ।प्रधानमंत्री जी आपने क्या किया अन्नदाता के लिए अगर प्रधानमंत्री जी आपको देश के किसानों की इतनी चिंता है तो क्यों एमएसपी गारंटी कानून नहीं लागू करते हैं और क्यों किसानों का पूर्ण कर्ज माफ नहीं करते हैं आप झूठे वादे करके किसानों को गुमराह किया हम किसान भाइयों ने इन्ही वोट के चोट पर सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे और झूठे वादे बरदास्त नहीं किया जायेगा हम वह दिन नहीं भूले हैं जब किसानों की लडाई लड़ने वाले किसान नेता को जान से मारने का षडयंत्र रचा गया था जब वो दिल्ली की सडको पर तीन काले कानून के खिलाफ किसानों के धरना दे रहे थे, 13 महीने किसान ठंडी, गर्मी व बरसात में दिल्ली के बार्डर पर धरने पर बैठा रहा एक के बाद एक किसान की सहादत होती रही उस समय प्रधानमंत्री कहाँ थे क्या आपके पास समय नहीं था देश के किसानों से मिलने के लिए तब तो अपनी चमचमाती कोठी में बैठ कर किसानो पर लाठियां चलवा रहे थे किसान आज भी कर्ज में डूबा हैं और आत्महत्या करने पर मजबूर है और बड़े से बड़े उद्योगपतियो व बिजनेस मैनो का कर्ज माफ कर सकते हैं फिर देश के लिए अनाज उगाने वाले किसानो का कर्ज क्यों नहीं माफ करते हैं । अब सरकार ही बताएँ कि आखिर किसान आपको वोट क्यों करे,