History of Ratnagiri District
Ratnagiri, भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक जिला है (District of Maharashtra). जिले का प्रशासनिक मुख्यालय रत्नागिरी शहर में स्थित है. जिला पश्चिम में अरब सागर, दक्षिण में सिंधुदुर्ग जिले, उत्तर में रायगढ़ जिले और पूर्व में सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिले से घिरा है. यह जिला कोंकण डिवीजन (Konkan Division) का हिस्सा है. इसका कुल क्षेत्रफल 8,208 वर्ग किमी है.जिले के भूगोल की एक उत्कृष्ट विशेषता इसकी असमान पहाड़ी स्थलाकृति है, जिसमें लगभग 45% 'पहाड़ी' है. समुद्र तट को किनारे संकीर्ण नदी हैं.2011 की जनगणना के अनुसार रत्नागिरी जिले की जनसंख्या 1,615,069 है (Ratnagiri Population). जिले का जनसंख्या घनत्व 196 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है (Ratnagiri Density). रत्नागिरी में हर 1000 पुरुषों पर 1123 महिलाओं का लिंगानुपात है (Ratnagiri Sex Ratio) और साक्षरता दर 82.43% है (Ratnagiri Literacy). इस जिले में 1 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और 5 विधानसभा क्षेत्र हैं (Ratnagiri Constituencies).1658 से अधिकांश क्षेत्र मराठा साम्राज्य का हिस्सा बन गया था. 1818 में अंग्रेजों के खिलाफ मराठों की हार के बाद, रत्नागिरी क्षेत्र बॉम्बे प्रेसीडेंसी का एक प्रशासनिक क्षेत्र बन गया. 1947 में भारत की स्वतंत्रता और देश के पुनर्गठन के बाद यह 1950 में बॉम्बे राज्य के नए राज्य का हिस्सा बना. 1948 में सावंतवाड़ी रियासत के समावेश के माध्यम से जिले का विकास हुआ. 1960 में बॉम्बे राज्य को विभाजित किया गया और यह क्षेत्र महाराष्ट्र के नव निर्मित राज्य का हिस्सा बन गया. 1981 में जिले का विभाजन हुआ और जिले का दक्षिणी भाग सिंधुदुर्ग जिला बन गया.