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दिनांक २५/०४/२०२४ गुरुवार को गुगल मीट के माध्यम से भव्य काव्य गोष्ठी संपन्न हुई है।

अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल,जबलपुर म.प्र. से भव्य काव्य सम्मेलन।
मुख्य अतिथि मंजूषा दुग्गल जी के सौजन्य से दिनांक 25 अप्रैल,2024 दिन गुरुवार अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल जबलपुर मध्यप्रदेश के समूह 1,2,3,4,5 की काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास से संपन्न हुई जिसमें विभिन्न प्रदेशों के साहित्यकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को भव्य और दिव्य स्वरूप प्रदान किया।विषय "यादें कसकती हैं रात भर” आधारित काव्यात्मक अभिव्यक्ति की प्रशंसा करती हुई संस्था सचिव तमन्ना गोयल जी ने बताया कि भारत की समृद्ध साहित्यिक विरासत के संरक्षण व संवर्धन हेतु ऐसे वृहत साहित्यिक मंच की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जिससे रचनाकारों की अभिव्यक्ति सामने आती है व साहित्यिक ज्ञान बढ़ता है।काव्य गोष्ठी का कार्यक्रम ठीक चार बजे संध्याकाल से शुरू होकर रात 10:00 रात्रि तक अनवरत चलता रहा ।कार्यक्रम इतना रोचक था कि कोई भी प्रतिभागी मंच छोड़कर नहीं गया। इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि गायत्री ठाकुर सक्षम, मुख्य अतिथि मंजूषा दुग्गल व अध्यक्षा डॉ॰शैल मिश्रा बिरहन जी थीं एवं मुख्य वक्ता रामदेव शर्मा राही जी थे। इस सुंदर कार्यक्रम का आयोजन सम्मानित पटल के संस्थापक विनय पान्डेय जी के द्वारा किया गया जिसमें डॉ॰ कवि कुमार निर्मल , मनु पान्डेय का सहयोग पूर्ण रूप से रहा।कार्यक्रम की शुरुआत माँ वीणापाणि की सुंदर वंदना से हुई। सरस्वती वंदना डॉ॰रमेश कुमार निर्मेष जी द्वारा प्रस्तुत की गई । सभी विद्वान व मनीषी साहित्यकारों और विदुषी बहनों का काव्य पाठ अति सुंदर व मनभावन रहा। मीनू सरदाना जी ,शैली त्रिपाठी जी, जगदीश कौर जी , मिताली श्रीवास्तव वर्मा जी एवं चेतना सिंह जी का संचालन सरस एवं मंजूषा दुग्गल जी एवं डॉ॰ शैल मिश्रा बिरहन जी व रामदेव शर्मा राही जी की समीक्षा मन को प्रसन्न कर गई। उपरोक्त कवि सम्मेलन में निम्नलिखित सदस्यों ने काव्य पाठ किया है- डॉक्टर रमेश कुमार निर्मेष,डॉक्टर कवि कुमार निर्मल,पुष्पा निर्मल,निशा अतुल्य,रामकृष्ण साहू,डॉ॰नीता शेखर विषिका,अमिता मराठे,अर्चना पंडित,सुषमा वोहरा,डॉ॰उषा अग्रवाल जलकिरण,सुषमा सिंह उर्मि,डॉ॰अंजली सामंत,उत्तरा शर्मा,कुसुम अशोक सुराणा , डॉ॰महेश मुनका मुदित,रागिनी मित्तल कटनी , विजयालक्ष्मी,शशिकला अवस्थी,शालिनी राय डिंपल,इंदु उपाध्याय,डॉक्टर राजेश कुमार जैन,शबनम मेहरोत्रा,दुर्वा दुर्गेश वारिक गोदावरी,डॉक्टर अनुपम भारद्वाज,विभा वर्मा वाची,शोभा प्रसाद,डॉक्टर प्रतिभा गर्ग,कवि रवि नारायण शुक्ल,डॉ मधुकर राव लारोकर मधुर,नीलम वार्ष्णेय,कुसुम जैन,अपराजिता राजोरिया,डॉक्टर ऋचा शर्मा श्रेष्ठा,आशीष अम्बर,कविता नेमा काव्या,ओमप्रकाश द्विवेदी ओम,मेघा अग्रवाल,डॉ॰राजकुमारी वी अग्रवाल,अनिता शरद झा,वर्षा उपाध्याय रेणु,संगीता सोनी,कविता मोटवानी,रेनू बाला सिंह,अनिता बाजपाई,डॉ॰मीना कुमारी परिहार,राजकुँवर संजय जगताप,राहुल पाण्डेय,अविनाश खरे,गायत्री ठाकुर सक्षम,मंजूषा दुग्गल,डॉ॰शैल मिश्रा बिरहन,रामदेव शर्मा राही,मीनू सरदाना,शैली त्रिपाठी,मिताली श्रीवास्तव वर्मा,जगदीश कौर,चेतना सिंह जी।सभी की मनभावन प्रस्तुति से कार्यक्रम सुंदर रहा।मैं पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देती हूँ। सभी प्रतिभागियों ने आज के काव्य पाठ विषय *यादें कसकती हैं रातभर* पर कविता, दोहे, गजल व गीतों के माध्यम से अपने विचार प्रकट किए। सबने अपनी काव्य रचनाओं के माध्यम से अपने प्रियजनों व ईश्वर को याद किया। वियोग, विरह पूर्ण अभिव्यक्ति ने आज के विषय को पूरी तरह सार्थक कर दिया। विवेक पाण्डेय जी की आयोजक के रूप में भूमिका सराहनीय रही।

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