logo

सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत बाढ़ निरोधक कार्यो की सुरक्षार्थ समय रहते पूर्ण कराए सभी तैयारियां -जिलाधिकारी नाविको/गोताखोरो के नाम व मोबाइल नम्बर की सूची के साथ ही जल मग्न क्षेत्रो में वर्षा के पानी को निकालने की भी कराए व्यवस्था जिलाधिकारी ने जनपद में सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत फ्लड स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक कर सम्बन्धित अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा निर्देश

सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत बाढ़ निरोधक कार्यो की सुरक्षार्थ समय रहते पूर्ण कराए सभी तैयारियां -जिलाधिकारी

नाविको/गोताखोरो के नाम व मोबाइल नम्बर की सूची के साथ ही जल मग्न क्षेत्रो में वर्षा के
पानी को निकालने की भी कराए व्यवस्था

जिलाधिकारी ने जनपद में सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत फ्लड स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक कर
सम्बन्धित अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा निर्देश


मीरजापुर 24 अप्रैल 2024- जनपद में सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत तथा बाढ़ निरोधक कार्यो पर बाढ़ के समय आवश्यक सामाग्री की उपलब्धता व अन्य सभी सुरक्षार्थ तैयारियां समय रहते पूर्ण कराने के लिये जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में फ्लड स्टीयरिंग गु्रप समिति के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद बाढ़ के समय बाढ़ निरोधक कार्यो पर बाढ़ के समय आवश्यक सामाग्री कार्य स्थल पर पहुंचाने हेतु शाधन, क्षतिग्रस्त स्थलो पर मरम्मत के लिये आवश्यकतानुसार श्रमिको की व्यवस्था, बाढ़ के समय सुरक्षार्थ आवश्यकता पड़ने पर पी0ए0सी0 पुलिस तथा होमगार्ड के द्वारा पेट्रोलिंग का प्रबन्ध करना, कंट्रोल रूम व बाढ़ चैकियो को सक्रिय करना सहित राहत सामाग्रियों की समय से पूर्व सभी व्यवस्थाए नियमानुसार टेण्डर आदि की प्रक्रिया पूर्ण करते हुये सुनिश्चित करा ली जाए। उन्होने कहा कि समुचित जल निकासी की व्यवस्था, आवश्यकतानुसार स्थलो को चिन्हित कर उप जिलाधिकारी सदर एवं चुनार द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा। इसी प्रकार पालिकाओं/नगर पंचायतो में प्रभावित क्षेत्रो में जल भराव की निकासी, नालियों आदि की सफाई वर्षा काल से पूर्व ही सम्बन्धित अधिशासी अधिकारी द्वारा सुनिश्चित करा ली जाए। जिलाधिकारी ने क्वार्डिनेटर आपदा राहत एवं अधिशासी अभियन्ता एम0सी0डी0 सिचाई विभाग को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रभावित क्षेत्रो में नाविको/गोताखोरो को चिन्हित करते हुये उनके नाम, मोबाइल नम्बर की सूची बनाते हुये पर्याप्त मात्रा में नाव की भी व्यवस्था करा ली जाए। उन्होने सभी बाढ़ चैकियों व कंट्रोल रूम में शिफ्टवार 24 घंण्टे कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाये जाने का निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिया। बन्धो के मरम्मत व कटान वाले क्षेत्रो में सर्वे कर बांध का पानी निकालने से पूर्व इसकी सूचना प्रसारित करना तथा सीमेट आदि की काली बोरियों में बालू भरवाकर वर्षा से पूर्व बांधो के किनारे रखवाने की व्यवस्था के भी निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के खण्ड विकास अधिकारियों व उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि बाढ़ के समय बनायी जाने वाले शरणलाय व पशुओं के लिये शरणलाय आदि को चिन्हित कर आवश्यकतानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करा ली जाए। उन्होने स्वास्थ्य विभाग, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी को भी निर्देशित करते हुये कहा कि संक्रामक बीमारियों के बचाव हेतु आवश्यक दवाईयां की उपलब्धता, मेडिकल टीम का गठन, पशुओं के लिये चारा आदि की व्यवस्था सहित बाढ़ के पश्चात तत्काल सफाई व्यवस्था हेतु सफाई कर्मियो की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाए।
मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने कहा कि प्रयागराज, बुलंदशहर, कानपुर आदि स्थलो पर बनाये गये बांधो से पानी छोड़ने के बाद जपनद बाढ़ से प्रभावित होता है अधिशासी अभियन्ता एम0सी0डी0 उपरोक्त स्थलो के कंट्रोल रूम से सम्पर्क स्थापित कर पानी छोड़े जाने की सूचना प्राप्त करते हुये सर्तकता हेतु सभी तैयारियां पूर्ण करायें।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल ने किये जाने वाले तैयारियांे के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि जनपद मीरजापुर में कुल 10 नदियां है जिनमें मुख्य नदी गंगा तथा शेष 09 छोटी नदिया है। जनपद में बाढ़ से दो तहसीले सदर एवं चुनार तथा विकास खण्ड सिटी, कोन छानबे, मझवा, सीखड़ पहाड़ी, जमालपुर व नरायनपुर बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जनपद में गंगा नदी खतरे का निशान 77.724 मीटर है, जनपद में गंगा नदी का जलस्तर गतवर्ष 2023 में 73.660 मीटर रहा। उन्होने बताया कि जनपद स्तर पर व तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष संचार व्यवस्था हेतु बनाये जाते है। जनपद में बाढ़ नियंत्रण/सूचनाओं के आदान प्रदान/सुरक्षा हेतु इस वर्ष 2024 मे कुल 37 बाढ़ चैकियों की स्थापना की जायेगी इन बाढ़ चैकियो पर लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा विभाग, विद्युत विभाग से समन्वय स्थापित करते हुये कर्मचारियों की तैनाती कर संकलित ड्यूटी चार्ट तैयार किया जाता हैं। उन्होने बताया कि जल प्रभावित क्षेत्रो में पानी की निकासी, बाढ़ राहत शिविर सामाग्री की व्यवस्था, नाव की व्यवस्था, पशुओं के चारे व चिकित्सा, विद्युत चिकित्सा व्यवस्था हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया हैं। बैठक में अधिशासी अभियन्ता एम0सी0डी0, उप जिलाधिकारी चुनार राजेश कुमार, तहसीलदार सदर शक्ति सिंह, चुनार योगेन्द्र शरण शाह, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ राजेश सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागो के अधिकारी उपस्थित रहें।

0
385 views